Edited By Vijay, Updated: 12 Sep, 2025 02:39 PM

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के एक बैंक में एक ऐसी सेंध लगी, जिसका चोर कोई और नहीं, बल्कि तिजोरी का रखवाला ही निकला। बैंक ऑफ बड़ौदा की शिमला शाखा एक सीनियर मैनेजर ने ग्राहकों के भरोसे को तार-तार करते हुए एक खाते से 3.70 करोड़ रुपए उड़ा दिए।
शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के एक बैंक में एक ऐसी सेंध लगी, जिसका चोर कोई और नहीं, बल्कि तिजोरी का रखवाला ही निकला। बैंक ऑफ बड़ौदा की शिमला शाखा एक सीनियर मैनेजर ने ग्राहकों के भरोसे को तार-तार करते हुए एक खाते से 3.70 करोड़ रुपए उड़ा दिए। आरोपी मैनेजर ने 22 और 27 अगस्त को दो किस्तों में एक खाते से 3.70 करोड़ रुपए चुपके से एक महिला के खाते में ट्रांसफर कर दिए। यह सब इतनी सफाई से किया गया कि शुरुआती स्तर पर किसी को भनक तक नहीं लगी। जैसे ही पैसा महिला के खाते में पहुंचा ताे उसे तुरंत अलग-अलग खातों में बांट दिया गया और बड़ी रकम कैश में निकाल ली गई ताकि पैसे का सुराग लगाना मुश्किल हो जाए।
जब बैंक प्रबंधन की नजर इस असामान्य लेनदेन पर पड़ी तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। आनन-फानन में आंतरिक जांच शुरू हुई और शक की सुई सीधे सीनियर मैनेजर पर जा टिकी। बैंक के डिप्टी रीजनल मैनेजर ने बिना देर किए छोटा शिमला थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस और विभागीय जांच का शिकंजा कसता देख आरोपी मैनेजर ने लिखित में अपना जुर्म कबूल कर किया। उसने बताया कि यह धोखाधड़ी उसने निजी फायदे के लिए की थी और इस साजिश में कुछ अज्ञात व्यक्ति भी उसके साथ शामिल थे।
पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए उस खाते को फ्रीज कर दिया है, जिसमें लगभग 90.95 लाख रुपए बचे हुए थे। आरोपी मैनेजर के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 316(5) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है तथा मामले में शामिल अन्य व्यक्तियाें के बारे में भी पता लगाया जा रहा है।
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