Edited By Jyoti M, Updated: 10 Jun, 2025 10:35 AM

हिमाचल प्रदेश इस वक्त भीषण गर्मी की चपेट में है, जिससे लोगों का जीना मुहाल हो गया है। सोमवार को तो गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए और यह इस सीजन का सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया। हमीरपुर के नेरी में पारा 42.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो पूरे...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश इस वक्त भीषण गर्मी की चपेट में है, जिससे लोगों का जीना मुहाल हो गया है। सोमवार को तो गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए और यह इस सीजन का सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया। हमीरपुर के नेरी में पारा 42.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो पूरे प्रदेश में सबसे अधिक रहा। वहीं, ऊना में भी तापमान 42.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
प्रदेश के चार प्रमुख जिलों में तो पारा 40 डिग्री सेल्सियस के आंकड़े को भी पार कर गया। कांगड़ा शहर में 40.4 डिग्री और बिलासपुर में 40.1 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। सोमवार को मैदानी इलाकों में भीषण लू चली, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। मौसम विभाग ने मंगलवार को भी कई क्षेत्रों में लू चलने का अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के पूर्वानुमान के अनुसार, 12 जून तक प्रदेश में धूप खिली रहेगी और गर्मी का प्रकोप जारी रहेगा। अगले तीन दिनों में तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की और बढ़ोतरी होने की आशंका है, जिससे गर्मी का सितम और बढ़ सकता है। हालांकि, 13 से 15 जून तक गर्मी से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। इस दौरान प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर गरज के साथ बारिश और 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। यह बदलाव लोगों को चिलचिलाती गर्मी से राहत दे सकता है।
राजधानी शिमला का अधिकतम तापमान भी 29 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जो पहाड़ों की रानी के लिए असामान्य है। दिन के समय लोग छाता लेकर और महिलाएं सिर पर चुनरी ओढ़कर बाहर निकलती दिखीं, जो शिमला के मौसम में आए बदलाव को दर्शाता है।
आमतौर पर शीत मरुस्थल के रूप में जाना जाने वाला किन्नौर का ताबो क्षेत्र भी इस गर्मी से अछूता नहीं है। सोमवार को ताबो का अधिकतम तापमान 29.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो राजधानी शिमला के तापमान (29 डिग्री सेल्सियस) से भी अधिक था। सर्दियों में बेहद ठंडा रहने वाला यह क्षेत्र इन दिनों गर्मी से झुलस रहा है। लाहौल-स्पीति के केलांग का तापमान भी 26 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जो इस क्षेत्र के लिए काफी अधिक है।
यह बढ़ती गर्मी जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को भी दर्शाती है, जहां पारंपरिक रूप से ठंडे रहने वाले पहाड़ी क्षेत्रों में भी तापमान अप्रत्याशित रूप से बढ़ रहा है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे धूप से बचें, पर्याप्त पानी पिएं और अनावश्यक रूप से घर से बाहर निकलने से बचें।