Edited By Jyoti M, Updated: 11 Sep, 2025 09:46 AM

प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से थमी हुई मॉनसून की रफ्तार ने लोगों को थोड़ी राहत दी थी, लेकिन मौसम विभाग ने एक बार फिर भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी है। अब मॉनसून के फिर से सक्रिय होने की उम्मीद है, जिससे कई जिलों में तेज बारिश हो सकती है। बुधवार को...
हिमाचल डेस्क। प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से थमी हुई मॉनसून की रफ्तार ने लोगों को थोड़ी राहत दी थी, लेकिन मौसम विभाग ने एक बार फिर भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी है। अब मॉनसून के फिर से सक्रिय होने की उम्मीद है, जिससे कई जिलों में तेज बारिश हो सकती है। बुधवार को राज्य के अधिकतर हिस्सों में बादल छाए रहे, पर बारिश नहीं हुई।
मौसम विभाग के अनुसार, 11 सितंबर को कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इसके बाद, 12 से 14 सितंबर तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में गरज के साथ भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। 12 सितंबर को ऊना, बिलासपुर और कांगड़ा जिलों में कुछ जगहों पर बिजली गिरने और गरज के साथ बारिश हो सकती है। 13 सितंबर को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर में भारी बारिश का अलर्ट है। 14 सितंबर को भी ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा और मंडी जिलों में येलो अलर्ट जारी रहेगा। 15 और 16 सितंबर को बारिश थोड़ी कम होने की संभावना है, जिससे कोई अलर्ट नहीं है।
बाढ़ और भूस्खलन से भारी नुकसान
इस मॉनसून में प्रदेश को भारी नुकसान हुआ है। अब तक 380 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 40 लोग लापता हैं और 439 लोग घायल हुए हैं। प्रारंभिक आकलन के अनुसार, सार्वजनिक संपत्ति को 4306 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। वर्षा में कमी आने से भूस्खलन से बाधित सड़कों, ठप बिजली ट्रांसफार्मरों और पेयजल योजनाओं को ठीक करने का काम तेजी से चल रहा है। इसके बावजूद भी बड़ी संख्या में सड़कें और ट्रांसफार्मर अभी भी बंद हैं।
मकानों और दुकानों को भारी क्षति
बारिश और भूस्खलन ने लोगों के घरों को भी बहुत नुकसान पहुंचाया है। अब तक 1265 मकान पूरी तरह से ढह चुके हैं और 5469 मकानों को आंशिक नुकसान हुआ है। इसके अलावा 478 दुकानें और 5612 गौशालाएं भी बर्बाद हो गई हैं। इस दौरान 1999 पशुओं और 26000 से अधिक पोल्ट्री पक्षियों की भी मौत हुई है। राज्य में अब तक 137 भूस्खलन, 97 बाढ़ और 45 बादल फटने की घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं।
सुरक्षा के लिए सावधानी बरतने की अपील
मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है। खासकर पहाड़ी इलाकों में यात्रा करने से बचने की अपील की गई है, क्योंकि भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। सरकार और प्रशासन लोगों को हर संभव मदद पहुंचाने के लिए काम कर रहे हैं।