Edited By Vijay, Updated: 13 Feb, 2020 11:29 PM
पैसेंजर गुड्स टैक्स के घोटाले का मामला ऊना के आबकारी एवं कराधान विभाग में सामने आया है। ऊना में वाहन मालिकों से गुड्स टैक्स वसूला तो गया है लेकिन सरकारी खाते में जमा नहीं करवाया गया है। बेहद कम राशि सरकार के खाते में जमा करवाते हुए खानापूर्ति की गई...
ऊना (विशाल): पैसेंजर गुड्स टैक्स के घोटाले का मामला ऊना के आबकारी एवं कराधान विभाग में सामने आया है। ऊना में वाहन मालिकों से गुड्स टैक्स वसूला तो गया है लेकिन सरकारी खाते में जमा नहीं करवाया गया है। बेहद कम राशि सरकार के खाते में जमा करवाते हुए खानापूर्ति की गई है, वहीं नकली चालान सरकारी कार्यालय के रिकॉर्ड में भी मिले हैं।
ये खुलासा तब हुआ जब विजीलैंस एंड एंटी करप्शन विभाग ने शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए ऊना के आबकारी एवं कराधान विभाग के उपायुक्त कार्यालय में दबिश दी। विजीलैंस ने इस संबंध में एफआईआर भी दर्ज कर ली है और बुधवार देर शाम कार्यालय में दबिश देते हुए रिकॉर्ड को अपने कब्जे में लिया है।
विजीलैंस के एएसपी सागर चन्द्र ने बताया कि विजीलैंस को सूचना मिल रही थी कि कार्यालय के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से कुछ एजैंट और वाहन मालिक सरकार को चूना लगा रहे हैं। इसके बाद कार्यालय में दबिश दी गई और जालसाजी का मामला पाया गया। एफआईआर दर्ज की गई है और रिकॉर्ड कब्जे में लिया गया है। एएसपी के मुताबिक ये जालसाजी कई वर्षों से चल रही है।