Edited By Jyoti M, Updated: 17 Feb, 2025 10:16 AM
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हिमाचल प्रदेश की थिरोट पंचायत अपनी महिला मंडल की कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता के लिए चर्चा में है। विशेष रूप से यहां के महिला मंडल ने युवा पीढ़ी को नशे की लत से बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण और साहसिक कदम उठाया है। वर्तमान समय में युवाओं में चिट्टा, चरस...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश की थिरोट पंचायत अपनी महिला मंडल की कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता के लिए चर्चा में है। विशेष रूप से यहां के महिला मंडल ने युवा पीढ़ी को नशे की लत से बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण और साहसिक कदम उठाया है। वर्तमान समय में युवाओं में चिट्टा, चरस और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन तेजी से बढ़ रहा है, जो न केवल उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी नुकसान पहुंचा रहा है। ऐसे में थिरोट महिला मंडल ने इस समस्या से निपटने के लिए एक अनूठी पहल की है।
थिरोट महिला मंडल ने एक प्रस्ताव पारित किया है, जिसके तहत यदि कोई व्यक्ति नशीले पदार्थों का सेवन करते हुए पकड़ा जाता है, तो उसे एक लाख रुपये का जुर्माना भरना होगा। इसके अलावा, उसके खिलाफ पुलिस में भी मामला दर्ज किया जाएगा। यह कदम महिलाओं की ओर से उठाया गया एक मजबूत और प्रभावी उपाय है, जिससे न केवल नशे का सेवन करने वालों को कड़ा संदेश जाएगा बल्कि सामाजिक जागरूकता भी बढ़ेगी।
इस पहल के तहत किसी भी व्यक्ति को जो थिरोट पंचायत के अंतर्गत आता है, या बाहरी हो, नशे का सेवन करते हुए पकड़ा जाएगा, उसे एक लाख रुपये तक का जुर्माना भरना होगा। शनिवार को थिरोट महिला मंडल प्रधान राम देवी की अध्यक्षता में बैठक हुई। महिला मंडल उपप्रधान एवं वार्ड पंच संतोष ने कहा कि लाहौल-स्पीति में चरस, चिट्टा आदि नशा अपने पांव न पसारे, इसी मकसद से थिरोट महिला मंडल ने यह पहल की है। उनका यह मानना है कि यदि ऐसे कड़े कदम उठाए जाएंगे तो इससे समाज में नशे के खिलाफ एक मजबूत संदेश जाएगा और इससे युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखा जा सकेगा।
थिरोट महिला मंडल की इस पहल को पुलिस उप अधीक्षक केलांग, राज कुमार ने भी सराहा। उन्होंने कहा कि जागरूकता और ठोस कदमों से ही नशे की समस्या पर नियंत्रण पाया जा सकता है। उन्होंने महिला मंडल की पहल को एक सकारात्मक कदम बताया और आशा व्यक्त की कि इस कदम से नशे पर लगाम लगाई जा सकेगी।