Edited By Jyoti M, Updated: 28 Aug, 2025 05:22 PM

हिमाचल प्रदेश के चार जिलों मंडी, कुल्लू, चंबा और कांगड़ा में भारी बारिश के कारण स्थिति बेहद खराब है। लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रदेशभर में 582 सड़कें बंद हैं, जिनमें दो नेशनल हाईवे भी शामिल हैं। चंडीगढ़-मनाली...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के चार जिलों मंडी, कुल्लू, चंबा और कांगड़ा में भारी बारिश के कारण स्थिति बेहद खराब है। लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रदेशभर में 582 सड़कें बंद हैं, जिनमें दो नेशनल हाईवे भी शामिल हैं। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर कैंची मोड़ का हिस्सा धंसने से यह मार्ग भी बंद है, जिसके कारण मनाली देश के बाकी हिस्सों से पूरी तरह कट गया है।
कुल्लू और मंडी में हालात
कुल्लू जिले में बंजार और मनाली उपमंडल में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। एहतियात के तौर पर, गुरुवार को भी सभी शिक्षण संस्थान बंद रहे, जबकि कुल्लू उपमंडल में चार स्कूल बंद किए गए। सैंज और बंजार की लगघाटी के कई इलाकों में बिजली, पानी और मोबाइल नेटवर्क ठप है। कई संपर्क मार्ग और पुल बह गए हैं, जिससे ग्रामीण इलाकों तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। प्रशासन की टीमें लगातार बचाव और राहत कार्यों में जुटी हैं, लेकिन कई जगहों पर नुकसान का आकलन अभी तक नहीं हो पाया है। पिछले चार दिनों से कई गांवों में पानी की किल्लत है।
मंडी जिले में भी स्थिति चिंताजनक है। कुल्लू की सीमा तक नेशनल हाईवे पर लगातार भूस्खलन हो रहा है। बुधवार को थोड़ी देर के लिए हाईवे खुला, लेकिन रात में फिर से बंद हो गया। मंडी में पंडोह डैम के गेट खोल दिए गए हैं क्योंकि डैम में गाद भरने से पानी रोकना संभव नहीं है।
चंबा और कांगड़ा का हाल
चंबा जिले के भरमौर में मणिमहेश यात्रा के लिए गए हजारों श्रद्धालु फंस गए हैं। यहां कई इलाकों में मोबाइल नेटवर्क पूरी तरह से काम नहीं कर रहा है। होली के सलून गांव में भूस्खलन के कारण रावी नदी में नौ घर बह गए। एनडीआरएफ की टीमें धन्छो से श्रद्धालुओं को बचाने के लिए काम कर रही हैं।
भरमौर का जनजातीय क्षेत्र पूरी दुनिया से कट गया है। चंबा से भरमौर तक नेशनल हाईवे 154 A कई जगहों पर नक्शे से गायब हो गया है। बग्गा, धारवाला, लोथल और लूणा जैसे स्थानों पर सड़कें धंस चुकी हैं। इन रास्तों पर लोग अपनी जान जोखिम में डालकर पैदल चलने को मजबूर हैं। इस मुसीबत की घड़ी में भरमौर के विधायक डॉ. जनक राज भी चिंतित नजर आ रहे हैं।
सरकार और प्रशासन की तैयारी
प्रशासन लगातार प्रभावित इलाकों में मूलभूत सुविधाओं को बहाल करने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, भारी बारिश और भूस्खलन के कारण बचाव कार्यों में मुश्किलें आ रही हैं। सरकार ने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने और नदी-नालों के पास न जाने की अपील की है।