Edited By Vijay, Updated: 11 Sep, 2025 10:04 PM

एक गांव में आस-पड़ोस के घरों से जब एकसाथ 2 अर्थियां निकलीं तो हर आंख नम हो गई। एक दिन पहले जिस घर में बेटे के जन्म की खुशियां थीं, वहां अब परिवार के दो सदस्यों के निधन का दुख है।
हरिपुर (गगन): एक गांव में आस-पड़ोस के घरों से जब एकसाथ 2 अर्थियां निकलीं तो हर आंख नम हो गई। एक दिन पहले जिस घर में बेटे के जन्म की खुशियां थीं, वहां अब परिवार के दो सदस्यों के निधन का दुख है। मामला देहरा विधानसभा क्षेत्र की हरिपुर तहसील की खैरियां पंचायत के पंसाल वार्ड का है। पंसाल निवासी ललिता देवी की बुधवार को सकरी में बुलेट से गिरने से मौत हो गई। अभी ललिता देवी के अंतिम संस्कार की तैयारी भी शुरू नहीं हुई थी कि वीरवार सुबह करीब 7 बजे उनके ननदोई दिलीप कुमार (65) ने भी दम तोड़ दिया। जहां ललिता देवी के अंतिम संस्कार की तैयारी करनी थी, वहां दोनों का अंतिम संस्कार किया। दोनों की चिताएं एकसाथ जलीं।
बता दें कि पंसाल निवासी ललिता देवी (55) पत्नी दलजीत सिंह की ननद के बेटे गुरदेव सिंह की पत्नी की ज्वाली क्षेत्र के एक अस्पताल में डिलीवरी हुई थी। उसने बेटे को जन्म दिया था। ललिता देवी अस्पताल में ननद की बहू के साथ थीं। ललिता देवी की ननद का परिवार भी पंसाल में ललिता देवी के घर के साथ रहता है।
बुधवार को ललिता देवी ननद के बेटे गुरदेव के साथ बुलेट पर ज्वाली से खैरियां लौट रही थीं। सुबह करीब 9 बजे सकरी वैटर्नरी अस्पताल के आगे ललिता देवी बुलेट से गिरकर घायल हाे गईं। उन्हें सीएचसी हरिपुर लाया गया, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। हरिपुर पुलिस स्टेशन से टीम ने मौके पर पहुंचकर शव काे कब्जे में लिया तथा देहरा अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया।
परिजन ललिता देवी का शव घर ले आए। वीरवार को ललिता देवी का अंतिम संस्कार होना था। इससे पहले सुबह करीब 7 बजे ललिता देवी के ननदोई दिलीप कुमार की अचानक तबीयत बिगड़ गई और उन्होंने भी दम तोड़ दिया। इसके बाद दोनों का अंतिम संस्कार एक साथ किया गया।
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