Edited By Kuldeep, Updated: 08 Sep, 2025 10:52 PM

कांगड़ा एयरपोर्ट केे विस्तारीकरण की कवायद के बीच आड़े आ रही अड़चनों को दूर करने के दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
शिमला (अभिषेक): कांगड़ा एयरपोर्ट केे विस्तारीकरण की कवायद के बीच आड़े आ रही अड़चनों को दूर करने के दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। जानकारी के अनुसार भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने 3 आपत्तियां प्रदेश सरकार को भेजी हैं। हिमाचल प्रदेश पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग ने इन आपत्तियों को दूर कर उचित समाधान के लिए जिला कांगड़ा प्रशासन को भेज दी है। इन आपत्तियों में हवाई पट्टी की लंबाई बढ़ाने से जुड़ी चुनौतियों का समाधान करने को कहा गया है। हवाई पट्टी की लंबाई बढ़ाने से समीपवर्ती नाले का तटीकरण कैसे किया जाएगा।
प्राधिकरण ने इस बारे में विस्तृत योजना मांगी है ताकि मानसून के दौरान जलभराव और बाढ़ की स्थिति से निपटा जा सके। हवाई पट्टी की लंबाई बढ़ाने के लिए खुदाई में निकली मिट्टी की डंपिंग कैसे की जाएगी। प्राधिकरण ने इसके लिए उपयुक्त व्यवस्था करने को कहा है ताकि पर्यावरण और स्थानीय निवासियों को कोई नुक्सान न हो। हवाई पट्टी पर जलभराव होने की स्थिति में क्या व्यवस्था होगी। प्राधिकरण ने इसके लिए प्रभावी जल निकासी प्रणाली की मांग की है ताकि हवाई अड्डे के संचालन में कोई व्यवधान न आए।
उक्त आपत्तियां मानसून सीजन में हुई भारी बारिश के दृष्टिगत उठाई गई हैं। अब जिला कांगड़ा प्रशासन आगामी कदम उठाएगा। यहां बता दें कि रनवे की लंबाई बढ़ने के बाद यहां कम विजिबिलिटी में भी उड़ान संभव हो पाएगी। मौजूदा समय में इस पट्टी की लंबाई कम होने के कारण बड़े विमान टेक ऑफ नहीं कर पाते हैं। कांगड़ा एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई मौजूदा 1,372 मीटर से बढ़ाकर 3,010 मीटर करने के लिए भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। इससे बड़े हवाई जहाजों की लैंडिंग में सुविधा होगी और लोगों को प्रतिस्पर्धी दरों पर हवाई सेवा की सुविधा उपलब्ध होगी। इससे प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
प्रदेश सरकार ने कांगड़ा को पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने का ऐलान कर रखा है और इस बीच कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तार की योजना सिरे चढ़ने पर इसका लाभ पर्यटन उद्योग को होगा। सुरक्षा एवं पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण माने जाने वाले कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तारीकरण से प्रदेश की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। प्रदेश सरकार की ओर से वर्तमान वित्त वर्ष के लिए 1 हजार करोड़ का प्रावधान किया गया है। कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण पर करीब 11 हजार करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है।
कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य जारी
कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य जारी है। हाल ही में प्रदेश सरकार ने इस एयरपोर्ट के विस्तारीकरण की कवायद के बीच भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा करने की अवधि 1 वर्ष के लिए बढ़ाकर 15 अगस्त 2026 तक बढ़ाई थी। विस्तारीकरण के लिए कुल 122-54-86 हैक्टेयर भूमि गग्गल हवाई अड्डे के विस्तारीकरण के लिए चाहिए है और इसके लिए तहसील कांगड़ा के अंतर्गत 10 गांवों व शाहपुर तहसील के अंतर्गत 4 गांवों में भूमि अधिग्रहण किया जाना है।