Edited By Vijay, Updated: 16 Jul, 2025 07:20 PM

हिमाचल कांग्रेस के नए सिरे से गठन की रूपरेखा तय हो गई है। ऐसे में अब हाईकमान की मोहर लगने के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी की नई टीम घोषित कर दी जाएगी।
शिमला (राक्टा): हिमाचल कांग्रेस के नए सिरे से गठन की रूपरेखा तय हो गई है। ऐसे में अब हाईकमान की मोहर लगने के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी की नई टीम घोषित कर दी जाएगी। हालांकि अभी ये संशय बरकरार है कि पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पद पर बनी रहेगी या नए प्रदेशाध्यक्ष की घोषणा होगी। प्रदेश कांग्रेस के नए सिरे से चल रही गठन की प्रक्रिया के बीच उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बुधवार को नई दिल्ली में राज्यसभा सांसद एवं हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की प्रभारी रजनी पाटिल से भेंट की। इस अवसर पर दोनों नेताओं के बीच प्रदेश की वर्तमान राजनीतिक स्थिति, संगठनात्मक गतिविधियों तथा विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई।
सरकार द्वारा जनकल्याण के लिए उठाए कदमों की दी जानकारी
मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश सरकार द्वारा जनकल्याण के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी और केंद्र से अपेक्षित सहयोग के संदर्भ में विचार-विमर्श किया। पाटिल ने प्रदेश सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए पार्टी संगठन को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया। सूत्रों अनुसार उपमुख्यमंत्री से पहले मुख्यमंत्री सुक्खू ने भी प्रदेश प्रभारी से दिल्ली में मुलाकात की। गौरतलब है कि अपने 2 दिवसीय दिल्ली दौरे में बीते मंगलवार को मुख्यमंत्री ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित अन्य नेताओं से मुलाकात की थी। इस दौरान संगठन के पुनर्गठन से जुड़े मसलों पर भी उन्होंने अपना पक्ष रखा था। ऐसे में अब प्रदेश कांग्रेस कमेटी का महज ऐलान होने की औपचारिकता बची है। देखा जाए तो कांग्रेस की प्रदेश से लेकर जिला व ब्लॉक कमेटियां बीते 8 माह से भंग चल रही हैं, ऐसे में अंदरखाते चर्चाओं का माहौल गर्म है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए 2 नाम चर्चा में
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए 2 नाम मुख्य रूप से चर्चा में हैं। इनमें विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार और विनोद सुल्तानपुरी शामिल हैं। सूत्रों की मानें तो पार्टी हाईकमान अनुसूचित जाति वर्ग से प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने को तरजीह दे रहा है। हाल ही में विनय कुमार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से भी मिले थे। वह कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रह चुके हैं। पूर्व वीरभद्र सरकार में सीपीएस भी रह चुके हैं। विनोद सुल्तानपुरी के पास भी संगठन में काम करने का अनुभव है। पूर्व में लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं।
प्रतिभा सिंह के नाम की भी वकालत
कांग्रेस का एक धड़ा पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह के नाम को ही प्रदेश अध्यक्ष के लिए आगे बढ़ा रहा है। मुख्यमंत्री भी कह चुके हैं कि प्रतिभा सिंह ने संगठन में अच्छा काम किया है और यदि ये जिम्मेवारी उन्हीं के पास रहती है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। ऐसे में देखना होगा कि हाईकमान उन्हें अध्यक्ष पद पर बने रहने देती है या कोई नई जिम्मेदारी सौंपती है। प्रतिभा सिंह का कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद पर 3 वर्ष का कार्यकाल पूरा हो चुका है।
कैबिनेट में बदलाव के साथ विस्तार संभव
प्रदेश मंत्रिमंडल में बदलाव के साथ ही मंत्रिमंडल विस्तार भी जल्द हो सकता है। इसी स्थिति में कुछ मंत्रियों के विभागों में भी फेरबदल संभव है। एक मंत्री को ड्राॅप करने की भी चर्चा अंदर खाते लंबे समय से चल रही है। ऐसे में देखना होगा कि आगामी दिनों में क्या उभर कर सामने आता है।