Edited By Vijay, Updated: 11 Oct, 2019 09:55 PM
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कांग्रेस द्वारा विधानसभा अध्यक्ष राजीव बिंदल के राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेने के लगाए आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. बिंदल के पच्छाद उपचुनाव में प्रचार करने में कोई हर्ज नहीं है।
धर्मशाला (सौरभ): मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कांग्रेस द्वारा विधानसभा अध्यक्ष राजीव बिंदल के राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेने के लगाए आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. बिंदल के पच्छाद उपचुनाव में प्रचार करने में कोई हर्ज नहीं है। धर्मशाला के सिद्धपुर में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष अपनी पार्टी के राजनीतिक कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से शामिल हो सकते हैं। जयराम ने कहा कि देश के कई राज्यों में विधानसभा के अध्यक्ष पहले से ही राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेते रहे हैं, ऐसे में यह कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा कि बहुमत वाले राज्यों में स्पीकर व डिप्टी स्पीकर प्रचार में हिस्सा लेते हैं और इसमें कोई भी गलत बात नहीं है।
कांग्रेस के पास उपचुनाव में कहने के लिए कुछ भी नहीं
मुख्यमंत्री ने उपचुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के विपक्ष द्वारा लगाए आरोप पर कहा कि कांग्रेस के पास उपचुनाव में कहने के लिए कुछ भी नहीं है। जयराम ने कहा कि वह स्वयं शिमला से सड़क मार्ग से धर्मशाला पहुंचे हैं। सरकार के मंत्री व विधायक प्रचार में निजी वाहनों का प्रयोग कर रहे हैं, ऐसे में सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कहां है? धारा 118 के मसले पर जयराम ने कहा कि सरकार प्रदेश के हितों की रक्षा करना जानती है। जहां तक इसे लेकर कांग्रेस के आरोपों का सवाल है तो लोकसभा चुनाव में जनता इसका जवाब दे चुकी है।
लोकतंत्र में किसी को चुनाव लड़ने से मना नहीं किया जा सकता
उपचुनाव में उतरे बागी उम्मीदवारों पर उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में किसी को चुनाव लड़ने से मना नहीं किया जा सकता, लेकिन जनता जागरूक है और जानती है कि उसे क्या करना है। जयराम ने कहा कि उपचुनाव में मोदी सरकार के साथ प्रदेश सरकार की पौने 2 साल की उपलब्धियों के दम पर भाजपा जनता के बीच आई है। धर्मशाला के विकास में उनकी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
नगर निगम धर्मशाला पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस शासित नगर निगम धर्मशाला की मौजूदा कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि शिमला की तरह धर्मशाला में नगर निगम की व्यवस्था हमारे हाथ में नहीं है। इस कारण सरकार निगम को लेकर ज्यादा कुछ नहीं कर पा रही है, लेकिन जल्द ही धर्मशाला में विकास को पटरी पर लाया जाएगा।