Edited By Kuldeep, Updated: 25 Mar, 2025 04:06 PM

प्रदेश सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के उत्थान के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं, लेकिन कुछ लोगों को इन योजनाओं के बावजूद राहत नहीं मिल पाई है।
चम्बा (काकू चौहान): प्रदेश सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के उत्थान के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं, लेकिन कुछ लोगों को इन योजनाओं के बावजूद राहत नहीं मिल पाई है। विशेषकर शहरी क्षेत्र के गरीब परिवार महंगाई के इस दौर में तरह-तरह के बिल तक भरने में असमर्थ हो चुके हैं। शहरों में हर परिवार से हाऊस टैक्स वसूला जाता है लेकिन कुछ परिवार ऐसे भी हैं जो हाऊस टैक्स नहीं चुका पा रहे हैं।
ऐसा ही धड़ोग मोहल्ले में भी एक परिवार रहता है, जिनके पास आय का कोई साधन नहीं है। बुजुर्ग दंपति व उनकी बेटी का एकल नारी की पैंशन से ही घर का चूल्हा-चौका चलता है। अब जब हाऊस टैक्स का बिल आया तो उसे चुकाने की चिंता सताने लग गई है। जानकी ने बताया कि उनके पिता ज्ञान चंद की आयु लगभग 92 वर्ष है और माता बीना भी 88 वर्ष की हो चुकी हैं। उन्हें वृद्धावस्था पैंशन मिलती है जबकि वह भी एकल नारी है उसे भी 1500 रुपए पैंशन मिलती है। इन तीनों पैंशन से उनका परिवार चलता है, लेकिन अब नगर परिषद ने उन्हें हाऊस टैक्स का बिल जारी किया है।
उन्होंने बताया कि 10 दिन के भीतर बिल चुकाने के आदेश हुए हैं। उनका परिवार बीपीएल श्रेणी में आता है। 1500 रुपए हाऊस टैक्स चुकाने में असमर्थ है। उन्होंने प्रदेश सरकार व नगर परिषद चम्बा से आग्रह किया है कि उनका हाऊस टैक्स माफ किया जाए। उधर, नगर परिषद के ईओ संजय कुमार ने बताया कि संबंधित परिवार हाऊस टैक्स माफ करवाने के लिए नगर परिषद कार्यालय में आवेदन करें। इसके बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।