Edited By Vijay, Updated: 03 Jun, 2020 11:15 PM
भाजपा सरकार कोरोना से कम और अंतर्कलह से ज्यादा जूझ रही है। हिमाचल देश का पहला राज्य बना है जहां कोरोना काल में ईमानदारी से कार्य करने की बजाय घोटालों को अंजाम देकर जन-जन से धोखा किया गया है। बावजूद इसके सरकार फल सीजन को लेकर जरूरी साजो-समान, मजदूर व...
बंजार (ब्यूरो): भाजपा सरकार कोरोना से कम और अंतर्कलह से ज्यादा जूझ रही है। हिमाचल देश का पहला राज्य बना है जहां कोरोना काल में ईमानदारी से कार्य करने की बजाय घोटालों को अंजाम देकर जन-जन से धोखा किया गया है। बावजूद इसके सरकार फल सीजन को लेकर जरूरी साजो-समान, मजदूर व मार्कीटिंग के प्रबंधन को सुचारू करने की अपेक्षा सत्ता संघर्ष में अपनी-अपनी कुर्सी बचाने में व्यस्त है। अपने कार्यकाल के अढ़ाई वर्षों में जयराम सरकार कोई भी जनहित या समाजहित का कार्य करने में नाकाम रही है। यह शब्द कांग्रेस प्रवक्ता इंदु पटियाल ने कहे।
उन्होंने कहा कि विकास तो दूर की बात है सड़कें, पेयजल योजनाएं, स्वास्थ्य संस्थान, शिक्षा संस्थान जैसे महत्वपूर्ण विभागों में राशि खर्च न होने से लैप्स हो रही है, लेकिन जनता की मूलभूत सुविधाओं से जुड़े कार्य मुरम्मत तक के लिए तरस गए हैं। उन्होंने कहा कि तूफान, अंधड़ और बेमौसमी बारिश से किसानों को भारी नुक्सान हुआ है। लॉकडाऊन के दौरान फसलें व फल-सब्जियां खेतों में ही बर्बाद होने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था की कमर टूट गई है।
उन्होंने कहा कि इस समय सरकार को सत्ता मोह छोड़कर किसानों-बागवानों के साथ मध्यम वर्ग को आर्थिक सहायता प्रदान करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्युत राज्य के रूप में विकसित इस पहाड़ी राज्य में कंपनियां सरकारी कोष में करोड़ों की राशि रॉयल्टी स्वरूप जमा करती हैं जिससे प्रदेशवासियों के बिजली-पानी के बिल माफ किए जाने चाहिए।