Edited By Kuldeep, Updated: 04 Jul, 2022 10:01 PM

पीर पंजाल की पहाड़ी को भेद कर 3200 करोड़ की लागत से देश का मान बनी अटल टनल रोहतांग से जल्द ही सेरी नाले के पानी का रिसाव बंद हो जाएगा। योजक परियोजना ने पानी के रिसाव को बंद करने की जिम्मेदारी ली है।
पतलीकूहल (ब्यूरो): पीर पंजाल की पहाड़ी को भेद कर 3200 करोड़ की लागत से देश का मान बनी अटल टनल रोहतांग से जल्द ही सेरी नाले के पानी का रिसाव बंद हो जाएगा। योजक परियोजना ने पानी के रिसाव को बंद करने की जिम्मेदारी ली है। एन.एच.पी.सी. ने पानी बंद करने को मोर्चा संभाल लिया है। यह वही सेरी नाला है जिसने अटल टनल रोहतांग के निर्माण को 4 साल लेट कर दिया।
2017 में टनल के भीतर नाले के रिसाव के कारण बाढ़ आ गई थी। बाढ़ को देखते हुए स्ट्राबेग व एफकान कंपनी के इंजीनियर कई दिनों तक टनल के भीतर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए थे, उस समय के चीफ इंजीनियर ने स्वयं मोर्चा संभालते हुए टनल के भीतर जाने की हिम्मत की थी। अटल टनल में रिसाव बी.आर.ओ. के लिए समस्या बनी हुई है। बी.आर.ओ. द्वारा बनाई गई अटल टनल को अपनी खूबियों व विशेषताओं के चलते दुनिया भर में सम्मान मिला है। इन दिनों अटल टनल के भीतर हो रहा पानी का रिसाव इसके सौंदर्य को भी प्रभावित कर रहा है लेकिन अब पानी का रिसाव बंद होने जा रहा है।
गौर हो कि दुनिया की सबसे ऊंची 10040 फुट पर बनी हाईवे टनल से देश की सरहदें नजदीक आई हैं तथा चीन व पाकिस्तान सीमा पर पहुंचना आसान हुआ है। सदियों से सॢदयों का कहर झेलने वाले लाहौल के लोगों के दुख भी दूर हो गए हैं। बी.आर.ओ. की योजक परियोजना के चीफ इंजीनियर विशेष सेवा मैडल प्राप्त जितेंद्र प्रसाद ने कहा कि अटल सुरंग देश की आधुनिक सुरंग है। इसे देखने के लिए देश व दुनिया के पर्यटकों में भारी रुचि है। एन.एच.पी.सी. कंपनी के साथ सेरी नाले से रिसाव को बंद करने को लेकर एम.ओ.यू. हुआ है। एन.एच.पी.सी. ने अपना काम शुरू कर दिया है। जल्द ही सेरी नाले के रिसाव को बंद कर लिया जाएगा।