Edited By Vijay, Updated: 25 Mar, 2025 02:34 PM

डमटाल में अवैध रूप से संचालित दो स्टोन क्रशरों की बिजली आपूर्ति काट दी गई है। इन क्रशरों को विद्युत विभाग डमटाल की मिलीभगत से पिछले एक माह से अधिक समय से चलाया जा रहा था।
डमटाल (सिमरन): डमटाल में अवैध रूप से संचालित दो स्टोन क्रशरों की बिजली आपूर्ति काट दी गई है। इन क्रशरों को विद्युत विभाग डमटाल की मिलीभगत से पिछले एक माह से अधिक समय से चलाया जा रहा था। मामले को पंजाब केसरी ने प्रमुखता से उठाया, जिसके बाद प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की। एसडीएम इंदौरा सुरिंदर ठाकुर ने इसकी पुष्टि की।
अवैध रूप से चल रहे थे स्टोन क्रशर
डमटाल के भाटिया और गांव माजरा में स्थित इंडिया स्टोन क्रशर की मान्यता दिसम्बर, 2024 में समाप्त हो चुकी थी। खनन विभाग ने विद्युत विभाग डमटाल के सहायक अभियंता को इन क्रशरों की बिजली सप्लाई काटने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद आपूर्ति बंद कर दी गई थी। हालांकि, क्रशरों के संचालकों ने खनन अधिकारी नूरपुर से क्रशर में कार्यरत कर्मचारियों और सीसीटीवी कैमरों के संचालन के लिए सिंगल फेस कनैक्शन का अनुरोध किया। खनन अधिकारी ने केवल आवश्यक उपकरणों के लिए बिजली देने की अनुमति दी थी, लेकिन विद्युत विभाग डमटाल की ओर से पूरी बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई, जिससे दोनों स्टोन क्रशर अवैध रूप से संचालित होते रहे।
प्रशासन ने की कड़ी कार्रवाई
एसडीएम इंदौरा सुरिंदर ठाकुर ने बताया कि दोनों स्टोन क्रशरों की विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से काटने के आदेश जारी किए गए हैं। साथ ही, श्री राम गोपाल मंदिर की भूमि पर स्थापित इन क्रशरों को जब तक मंदिर प्रशासन से नई लीज गाइडलाइन के अनुसार एग्रीमैंट और बकाया राशि जमा नहीं कर दी जाती, तब तक खनन विभाग को पीएमटी खनन लीज न देने के निर्देश डीसी कांगड़ा ने जारी किए हैं।
विद्युत विभाग ने दिए जांच के आदेश
विद्युत विभाग चीफ इंजीनियर धर्मशाला अजय गौतम ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए अधिशासी अभियंता इंदौरा को तुरंत प्रभाव से दोनों स्टोन क्रशरों की बिजली पूरी तरह काटने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं विद्युत विभाग अधिशासी अभियंता इंदौरा संदीप सन्याल ने कहा कि गलती कहां हुई, इसकी जांच होगी। उच्चाधिकारियों और एसडीएम इंदौरा के निर्देश पर दोनों क्रशरों की बिजली आपूर्ति पूरी तरह से बंद कर दी गई है।
खनन अधिकारी ने विद्युत विभाग पर उठाए सवाल
खनन अधिकारी नूरपुर सुरेश कुमार ने कहा कि विद्युत विभाग डमटाल को सिर्फ कर्मचारियों और सीसीटीवी के लिए सिंगल फेस कनैक्शन जोड़ने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन विद्युत विभाग ने पूरी बिजली आपूर्ति जोड़ दी, जिससे क्रशर पिछले एक माह से अवैध रूप से चलते रहे। उन्होंने कहा कि इस मामले में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी।
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