Edited By Jyoti M, Updated: 08 Jun, 2025 12:35 PM

हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ पति-पत्नी दोनों ने कुछ ही घंटों के भीतर दुनिया को अलविदा कह दिया। डोहगी पंचायत के सुरेंद्र कुमार ने बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात अपनी लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मारकर...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ पति-पत्नी दोनों ने कुछ ही घंटों के भीतर दुनिया को अलविदा कह दिया। डोहगी पंचायत के सुरेंद्र कुमार ने बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात अपनी लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। इस दुखद घटना के बाद, उनकी पत्नी ने भी कल रात इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
पत्नी की मानसिक परेशानी और पति की देखभाल
जानकारी के अनुसार, महिला लंबे समय से किसी मानसिक परेशानी से जूझ रही थीं। सुरेंद्र कुमार ही उनकी देखभाल करते थे और उनकी हर जरूरत का ख्याल रखते थे। पति-पत्नी के बीच गहरा लगाव था और सुरेंद्र अपनी पत्नी को लेकर काफी चिंतित रहते थे।
पति का शव देख पत्नी हुई बेसुध
गुरुवार को जब सुरेंद्र कुमार का शव घर के आंगन में लाया गया, तो महिला अपने पति के शव को देखकर बेसुध होकर गिर पड़ीं। उनकी हालत इतनी नाजुक हो गई थी कि परिजनों को तुरंत उन्हें बंगाणा अस्पताल ले जाना पड़ा। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उन्हें क्षेत्रीय अस्पताल ऊना रेफर कर दिया। शुक्रवार शाम तक उनकी सेहत में थोड़ा सुधार बताया जा रहा था, लेकिन अचानक तबीयत बिगड़ने से इलाज के दौरान ही महिला ने दम तोड़ दिया। इस तरह, पति की आत्महत्या के सदमे को महिला बर्दाश्त नहीं कर पाईं और उन्होंने भी अपने प्राण त्याग दिए।
90 वर्षीय मां पर दुखों का पहाड़
इस घटना से सुरेंद्र कुमार की 90 वर्षीय बुजुर्ग मां रमी देवी पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पति को खोए हुए उन्हें लंबा अरसा हो गया था और अब दो दिनों के भीतर उन्होंने अपने बेटे और बहू दोनों को खो दिया। शनिवार को 24 घंटों के अंदर बहू-बेटे को खोने वाली रमी देवी कोने में बैठकर लगातार यही कह रही थीं, "हे भगवान, तूने यह क्या कर दिया? मेरे जाने का समय था। तूने मेरा सब कुछ छीन लिया." उनकी व्यथा सुनकर हर कोई भावुक हो रहा था।
पीछे छोड़ गए चार बच्चे
सुरेंद्र कुमार और उनकी पत्नी रेशमा देवी अपने पीछे दो बेटे और दो बेटियां छोड़ गए हैं। इनमें से एक बेटा अभी अविवाहित है, जबकि अन्य सभी शादीशुदा हैं। इस दुखद घटना ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया है और इलाके में शोक का माहौल है। परिवार के सदस्यों और ग्रामीणों के लिए यह दोहरी क्षति असहनीय है।