Edited By Updated: 26 Mar, 2016 05:40 PM
प्राइवेट ट्यूशन पढ़ाने वाले सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए बुरी खबर है। अब इन शिक्षकों को प्राइवेट कोचिंग सेंटर खोलना महंगा पड़ सकता है।
शिमला: प्राइवेट ट्यूशन पढ़ाने वाले सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए बुरी खबर है। अब इन शिक्षकों को प्राइवेट कोचिंग सेंटर खोलना महंगा पड़ सकता है। दरअसल उच्च शिक्षा निदेशालय ने ट्यूशन पढ़ाने वाले शिक्षकों पर नजर रखने का जिम्मा एस.एम.डी.सी. (स्कूल मैनेजमेंट एंड डेवलपमेंट कमेटी) को सौंप दिया है।
जानकारी के मुताबिक बुधवार को उच्च शिक्षा निदेशक दिनकर बुराथोकी ने सभी जिला उपनिदेशकों को आदेश जारी कर एस.एम.डी.सी. को सावधान रहने को कहा है। कोताही बरतने वाले शिक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की बात कही गई है। केंद्र सरकार ने हिमाचल सरकार को पत्र जारी कर सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने को कहा है। यह लोग कई लोगों के संपर्क में होते हैं। ऐसे में एस.एम.डी.सी. को प्राइवेट ट्यूशन पढ़ाने वाले शिक्षकों पर नजर रखने के लिए अधिकृत किया जाए। वहीं दूसरी ओर निदेशक दिनकर बुराथोकी ने बताया है कि सरकारी शिक्षकों को प्राइवेट ट्यूशन पढ़ाने की सख्त मनाही है।
समय-समय पर शिकायतें मिलने पर आदेशों की अनदेखी कर रहे शिक्षकों पर कार्रवाई भी की जाती है। इसके बावजूद मामलों में कमी नहीं आई है। उन्होंने सभी शिक्षकों में स्कूलों में अधिक से अधिक समय बच्चों को देने की अपील की है।