Edited By Jyoti M, Updated: 22 Jun, 2025 01:49 PM

राजधानी शिमला के चौपाल थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां बिजली विभाग के एक ठेकेदार की घोर लापरवाही के चलते एक मजदूर बिजली की चपेट में आ गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने इस मामले में ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर...
हिमाचल डेस्क। राजधानी शिमला के चौपाल थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां बिजली विभाग के एक ठेकेदार की घोर लापरवाही के चलते एक मजदूर बिजली की चपेट में आ गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने इस मामले में ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार, धाची गांव के नजीर अहमद पुत्र आमिर हमजा ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि 21 जून को ठेकेदार ने उनके छोटे भाई को फोन करके झिकनीपुल के पास बिजली लाइन बदलने का काम बताया। ठेकेदार ने उन्हें कुछ अन्य मजदूरों को भी साथ लाने को कहा। इसके बाद वह अपने साथियों के साथ काम पर पहुंचे।
सबसे पहले, इन मजदूरों ने झालास गांव में कुछ बिजली के खंभों से तार हटाने का काम किया। इसके बाद, ठेकेदार ने उन्हें एक खड्ड के दूसरी ओर स्थित इलाके में बिजली की लाइनें हटाने के लिए भेजा। ठेकेदार ने मजदूरों से कहा कि उस इलाके की बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई है और काम करना सुरक्षित है। लेकिन, चौंकाने वाली बात यह है कि ठेकेदार ने मजदूरों को सुरक्षा के नाम पर सिर्फ एक रस्सी दी थी। बिजली के काम के लिए जरूरी कोई भी सुरक्षा उपकरण, जैसे दस्ताने, हेलमेट, या सुरक्षा बेल्ट आदि उन्हें नहीं दिए गए थे।
दोपहर करीब 12 बजे का समय था, जब सभी मजदूर सुनथ गांव में एक बिजली के खंभे के पास पहुंचे। महबूब, जो मजदूरों में से एक था, तारों को हटाने के लिए खंभे पर चढ़ गया। जैसे ही उसने तारों को छुआ, वह अचानक बिजली के करंट की चपेट में आ गया और खंभे से नीचे गिर पड़ा। महबूब को करंट लगने के बाद वहां मौजूद अन्य मजदूर और स्थानीय लोग तुरंत उसकी मदद के लिए दौड़े।
गंभीर रूप से घायल महबूब को तुरंत प्राथमिक उपचार के लिए सीएच नेरवा अस्पताल ले जाया गया। वहां उसकी हालत की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे तुरंत शिमला स्थित आईजीएमसी अस्पताल रेफर कर दिया। बताया जा रहा है कि महबूब की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
इस घटना के बाद नजीर अहमद ने तुरंत चौपाल थाना में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर ठेकेदार के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 125 और 125(ए) के तहत लापरवाही का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही ठेकेदार से पूछताछ की जा सकती है।