Edited By Vijay, Updated: 07 Jan, 2024 10:29 PM
भरमौर क्षेत्र की खणी व आसपास पंचायतों के लोगों ने एकलव्य मॉडल रैजीडैंशियल स्कूल को खणी से किसी भी अन्य स्थान पर बदलने के लिए स्थान तलाशने के लिए प्रशासन के संयुक्त निरीक्षण करने के विरोध में आंदोलन शुरू करने का बिगुल बजा दिया है।
भरमौर (उत्तम): भरमौर क्षेत्र की खणी व आसपास पंचायतों के लोगों ने एकलव्य मॉडल रैजीडैंशियल स्कूल को खणी से किसी भी अन्य स्थान पर बदलने के लिए स्थान तलाशने के लिए प्रशासन के संयुक्त निरीक्षण करने के विरोध में आंदोलन शुरू करने का बिगुल बजा दिया है। स्थानांतरण करने के प्रयासों पर बिफरे ग्राम पंचायत खणी, ग्रीमा तथा अन्य नजदीकी पंचायतों के लोगों द्वारा एक विशेष बैठक का आयोजन खणी के द्रोबी मैदान में किया गया। बैठक में लोगों ने एकलव्य मॉडल रैजीडैंशियल स्कूल को दूसरी जगह शिफ्ट करने का विरोध जताया है।
3 वर्षों तक स्कूल खणी में चला स्कूल, बिल्डिंग न होने का हवाला देकर किया शिफ्ट
ग्रामीणों ने प्रशासन से पूछा कि वर्ष 2003 में यहां पर सरकार द्वारा एकलव्य मॉडल रैजीडैंशियल स्कूल स्वीकृत किया था जिसके लिए बाकायदा यहां पर भूमि का चयन भी किया गया था, 1 हैक्टेयर भूमि बाकायदा एकलव्य विद्यालय समिति के नाम हुई, बावजूद इसके 3 वर्षों तक स्कूल खणी में चलने के बाद यहां से स्कूल को बिल्डिंग न होने का हवाला देकर तहसील होली में शिफ्ट कर दिया गया है। यहां के लोगों का कहना है कि यहां पेड़ों को कटवा दिया गया था तो स्कूल के प्रस्तावित निर्माण स्थल के लिए बनाई जा रही सड़क में आने वाले लोगों ने अपने घरों को उखाड़ दिया है, साथ में ही स्कूल भवन के निर्माण के लिए कई बीघा चारागाह जमीन को सड़क बनाने के लिए बर्बाद कर दिया गया है। लोगों ने अपने सेब के पौधे यहां के लिए सड़क बनाने के लिए कटवा दिए, बावजूद इसके यहां पर स्कूल का भवन नहीं बनाया जा रहा है और अब इसे यहां से कहीं अन्य स्थान को स्थायी तौर पर बदलने की बातें की जा रही हैं जिसे खणी पंचायत वासी कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके विरोध में उन्हें जहां तक भी लड़ना पड़े वे जरूर लड़ेंगे।
वर्ष 2003 में खोला गया था एकलव्य स्कूल
वर्ष 2003 में यहां पर केंद्र द्वारा संचालित एकलव्य स्कूल खोला गया था जिसके लिए यहां पर गुरुकुल आवास तथा जल शक्ति विभाग के 2 भवनों को बतौर एकलव्य स्कूल के लिए भवन दिया गया था, लेकिन बच्चों की संख्या बढ़ने के साथ ही यहां पर जगह की कमी होने के साथ स्कूल को होली में पर्वतारोहण संस्थान के भवन में शिफ्ट कर दिया गया। अब स्कूल को अन्य स्थान पर बदलने के लिए भरमौर प्रशासन ने 9 जनवरी को एक संयुक्त निरीक्षण कमेटी गठित कर होली में नई जगह देखने की योजना बनाई है।
एकलव्य संघर्ष मोर्चे का किया गठन
एकलव्य संघर्ष मोर्चे का गठन किया गया जिसमें दीपक जम्वाल को सर्वसम्मति से प्रधान, अभिनव पठानिया, नवीन, मिलाप शर्मा व बली राम पठानिया को उपाध्यक्ष व रिंकेश ठाकुर को महासचिव चुना गया। उन्होंने कहा कि पंचायत को हुए नुक्सान में संलिप्त लोगों व विभागों के खिलाफ न्यायालय में मामले दर्ज करवाए जाएंगे। उन्होंने प्रशासन को चेताते हुए कहा कि स्कूल को यहां से बाहर कहीं भी बदला गया तो सभी पंचायत वासी महिलाओं व बच्चों सहित मिनी सचिवालय भरमौर के बाहर धरने पर बैठेंगे तथा आगामी लोकसभा चुनावों का पूर्ण रूप से बहिष्कार करेंगे। बैठक को रिंकेश ठाकुर, पंकज, बली, राम पठानिया, मिलाप शर्मा, बलविंदर व पंकज आदि ने संबोधित किया। बैठक में खणी व अन्य नजदीकी पंचायतों के लगभग 200 लोगों ने भाग लिया।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here