Edited By Jyoti M, Updated: 10 Dec, 2024 12:15 PM
जिस दिन घर से निकली बारात ठीक एक माह बाद उसी दिन 29 वर्षीय युवक ने त्याग दिए प्राण। यह हृदय विदारक और दुखद घटना देहरा क्षेत्र के तहत गांव करियाड़ा (ज्वालाजी रोड) की है, जहां मृतक युवक को अश्रुपूर्ण विदाई दी गई।
गरली, (नि.स.): जिस दिन घर से निकली बारात ठीक एक माह बाद उसी दिन 29 वर्षीय युवक ने त्याग दिए प्राण। यह हृदय विदारक और दुखद घटना देहरा क्षेत्र के तहत गांव करियाड़ा (ज्वालाजी रोड) की है, जहां मृतक युवक को अश्रुपूर्ण विदाई दी गई। एक महीना पहले ही इस घर में खुशियां थीं क्योंकि 9 नवम्बर को अनिल कुमार दुल्हन को लेकर अपने घर पहुंचा था। किसी को क्या पता था कि शादी का यह बंधन केवल एक महीने तक ही चल पाएगा।
दरअसल अनिल कुमार अपने बड़े भाई पंकज के साथ बद्दी में निजी उद्योग में जॉब करता था। 8 दिसम्बर रविवार को अनिल कुमार ने घर जाने की इच्छा जताई। देर रात्रि वह बद्दी से एच.आर.टी.सी. की शिमला से चम्बा जा रही बस में सवार हुआ। यह बस कीरतपुर साहिब के निकट बूंगा में रुकी जहां चालक-परिचालक सहित सवारियों ने भी डिनर किया। अनिल कुमार ने भी खाना खाया और बस में सवार हो गया। बस अभी 2 किलोमीटर ही चली होगी कि अनिल कुमार को दिल का दौरा पड़ गया, साथ बैठीं सवारियों ने उसे सी.पी.आर. भी दी।
बस ड्राइवर व कंडक्टर ने तत्काल बस से एक निकटवर्ती अस्पताल में अनिल को पहुंचाया, जहां से उसे दूसरे अस्पताल ले जाने की सलाह दी। बस चालक धर्मपाल और परिचालक विजय कुमार ने तत्काल बस को श्री आनंदपुर साहिब के अस्पताल में पहुंचाया, लेकिन तब तक अनिल दुनिया को अलविदा कर चुका था। जो युवक कुछ देर पहले तक पूरी तरह से स्वस्थ था, उसके अचानक इस तरीके से दुनिया को छोड़ जाने को लेकर हर कोई स्तब्ध था।
बस के चालक और परिचालक ने इस युवक के दस्तावेजों के आधार पर उसके भाई को सूचना दी और जब तक परिजन नहीं पहुंचे, तब तक वह वहीं बस सहित रुके रहे। उसके बाद ही बस चम्बा के लिए रवाना हुई।
चालक-परिचालक ने पहुंचाया अस्पताल
बस चालक धर्मपाल व परिचालक विजय कुमार ने माना कि बद्दी से बस में सवार हुआ युवक पूरी तरह से स्वस्थ था। खाना खाने के बाद अचानक उसे हार्ट अटैक हुआ और वह एक के बाद दूसरे अस्पताल भी लेकर गए लेकिन वह बच नहीं पाया।
शुगल सिंह, आर.एम. चंबा ने कहा कि चालक-परिचालक ने घटना की सूचना देर रात्रि उन्हें दी थी। दोनों को इस युवक को पूरा उपचार मुहैया करवाने के लिए कहा गया था। बस एक अस्पताल के बाद दूसरे अस्पताल भी इसे लेकर गई लेकिन उसका अकस्मात निधन हो गया।