Edited By Kuldeep, Updated: 27 Dec, 2024 07:21 PM
शुक्रवार को जिला मुख्यालय से करीब 7 किलोमीटर दूर कुठेड़ा के उबक क्षेत्र में बनाए गए शिव-पार्वती और शनि देव मंदिर और मंदिर के नजदीकी मकान के छज्जे को डिस्मैंटल करने के विरोध में शुक्रवार को पूरा दिन माहौल तनावपूर्ण रहा।
हमीरपुर (अजय): शुक्रवार को जिला मुख्यालय से करीब 7 किलोमीटर दूर कुठेड़ा के उबक क्षेत्र में बनाए गए शिव-पार्वती और शनि देव मंदिर और मंदिर के नजदीकी मकान के छज्जे को डिस्मैंटल करने के विरोध में शुक्रवार को पूरा दिन माहौल तनावपूर्ण रहा। मंदिर को डिस्मैंटल करने आए प्रशासन, पुलिस और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों को लोगों के भारी तनाव और आक्रोश का सामना करना पड़ा। बता दें कि शुक्रवार दोपहर बाद पुलिस प्रशासन और प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने के बाद माहौल कुछ शांत हुआ और मंदिर में रखी मूर्तियों को विधिवतपूर्वक उठाया जा सका। इस दौरान स्थानीय लोगों विशेष कर महिलाओं ने नारेबाजी करके विरोध जताया।
लोगों का कहना था कि उक्त मंदिर करीब 40 साल पुराना है और लोगों की आस्था और श्रद्धा का केंद्र है, अतः इसे डिस्मैंटल नहीं करना चाहिए। लोगों ने कहा कि उन्होंने अपनी जमा पूंजी खर्च कर अपने स्तर पर इसका निर्माण करवाया है। हालांकि इस मामले में कोई हाथापाई होने का समाचार नहीं है। इसके बारे में एसएचओ सदर बाबूराम शर्मा ने बताया कि हाईकोर्ट के निर्देशों की अनुपालना करने के लिए पुलिस और प्रशासन द्वारा मकान के छज्जे को डिस्मैंटल करवाया गया है। उन्होंने बताया कि शांतिपूर्ण तरीके से इस कार्य को करवाया गया है।
यह था मामला
बता दें कि कुठेड़ा के एक स्थानीय व्यक्ति ने मंदिर के नजदीक सरकारी रास्ते को अवरुद्ध करने और अतिक्रमण करने के मामले को लेकर याचिका दायर की थी। उसके बाद हाईकोर्ट की ओर से मंदिर को डिस्मैंटल करने और मकान के छज्जे को तोड़ने के आदेश जारी हुए थे। आदेशों की अनुपालन करने के लिए शुक्रवार को पुलिस, प्रशासन और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी यहां पहुंचे थे। तहसीलदार हमीरपुर सुभाष और सदर एसएचओ बाबूराम शर्मा ने लोगों को बड़ी मुश्किल से शांत करवाया।