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Solan: एक करोड़ रुपए की हेराफेरी के मामले में 2 गिरफ्तार

Edited By Kuldeep, Updated: 29 Jan, 2025 10:43 PM

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जिले के सुबाथू में करीब 1 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। एसपी गौरव सिंह ने इसकी पुष्टि की है।

सोलन (अमित): जिले के सुबाथू में करीब 1 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। एसपी गौरव सिंह ने इसकी पुष्टि की है। उन्हाेंने बताया कि मामले में 2 आरोपियों अमर लाल कश्यप (35) निवासी सुबाथू व सुशील कुमार गर्ग (75) निवासी सुबाथू को गिरफ्तार किया है। मामले की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि परस राम निवासी डाकखाना देवठी तहसील व जिला सोलन मालिक एमएस शांति फिलिंग स्टेशन रड़ियाना सुबाथू ने पुलिस थाना धर्मपुर में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उन्होंने उपरोक्त फिलिंग स्टेशन वर्ष 1995 में हिन्दुस्तान पैट्रोलियम काॅर्पोरेशन लिमिटेड से स्वीकृति हासिल करने के उपरांत चलाया था। इसमें कम्पनी नियमों के अनुसार इनका कोई सहयोगी नहीं था। वर्ष 2020 में वह बीमार हो गए तथा आईजीएमसी शिमला में उपचाराधीन रहे।

इस दौरान सुशील कुमार निवासी गांव सुबाथू जो उसके मित्र हैं, उपरोक्त पैट्रोल पंप का कार्य देख रहे थे। बीमारी के दौरान उन्होंने अपनी पीएनबी व एचडीएफसी बैंक की 2 चैक बुक सुशील कुमार को सौंप दी थीं, ताकि व्यापार में किसी प्रकार की दिक्कत न आए। उन्होंने बताया कि इन चैक बुकों पर उनके हस्ताक्षर थे जो पैट्रोल पंप पर रखी गई थीं। सुशील कुमार ने इनकी बीमारी के दौरान पैट्रोल पंप की आमदनी को इनके उपरोक्त खातों में जमा न करवाकर अपनी को-ऑप्रेटिव सोसायटी में जमा करवाता रहा। इसके अतिरिक्त सुशील कुमार ने उसकी अनुपस्थिति में अपने आप को मैसर्ज शांति फिलिंग स्टेशन में पार्टनर होने संबंधी दस्तावेज तैयार किए, जिसमें उसने अपने आप को उपरोक्त पैट्रोल पंप में 50 फीसदी शेयर का हिस्सेदार होना बताया।

सुशील कुमार ने उसके नाम से एनएटीसीएस सुबाथू में झूठे हस्ताक्षर करके इनके नाम का खाता खोलकर लोन ले लिया, जबकि उपरोक्त लोन लेने के लिए उन्होंने कभी आवेदन ही नहीं किया था। इसके अतिरिक्त पैट्रोल पंप की आमदनी को भी इसी खाते में डायवर्ट कर दिया। इस खाते का संचालन सुशील कुमार सोसायटी के मैनेजर अमर लाल कश्यप की मिलीभगत से करता था। सुशील कुमार उपरोक्त खाते से पैसों को अपने पीएनबी के बैंक खाते में ट्रांसफर करवाता था, जहां से यह एसपीसीएल को भी आरटीजीएस के माध्यम से भुगतान करता था। इसके अतिरिक्त पैट्रोल पंप की प्रतिदिन की आमदनी करीब दो-अढ़ाई लाख रुपए इनके कर्मचारी सुशील कुमार को दे देते थे। इसके अतिरिक्त पैट्रोल पंप की रात की आमदनी को-ऑप्रेटिव सोसायटी का कर्मचारी सुरेश कुमार ले जाकर सोसायटी के मैनेजर के पास जमा करवा देता था, जिसकी कोई रसीद नहीं दी जाती थी।

वर्ष 2022 में जब वह वापस पैट्रोल पंप पर आए तो इन्हें इनके सीए के माध्यम से ज्ञात हुआ कि बैलैंस शीट के अनुसार करीब 80 लाख रुपए की नकदी की कमी पाई गई है। सुशील कुमार उनकी गैरहाजिरी में इनकी रजामंदी के बिना इनके नाम से खाते खोलकर उनका स्वयं संचालन करता था तथा को-ऑप्रेटिव सोसायटी का मैनेजर अमर लाल भी सुशील कुमार के साथ इस षड्यंत्र में शामिल था। सुशील कुमार द्वारा उनकी गैरहाजिरी में इनके फिलिंग स्टेशन में करीब एक करोड़ रुपए की हेराफेरी की है। इस पर उपरोक्त अभियोग पुलिस थाना धर्मपुर में पंजीकृत किया गया। इस अभियोग के अन्वेषण के दौरान पुलिस चौकी सुबाथू की टीम द्वारा उक्त मामले में उपरोक्त सोसायटी के रिकार्ड को कब्जे में लेकर विश्लेषण किया गया तथा सोसायटी के ऑडिट रिपोर्ट तथा मैसर्ज शांति फिलिंग स्टेशन के रिकार्ड का भी विश्लेषण किया गया।

जांच के दौरान पाया गया कि आरोपी सुशील कुमार जो उपरोक्त सोसायटी का चेयरमैन है तथा अमर लाल जो सोसायटी का मैनेजर है, ने आपसी मिलीभगत से शिकायतकर्त्ता के नाम से झूठे दस्तावेज तैयार करके इनके नाम का खाता खोलकर इनके नाम की झूठी लोन एप्लीकेशन बनाकर इनके नाम से लोन ले लिया है। इस प्रकार इन दोनों ने धोखाधड़ी कर शिकायतकर्त्ता के नाम की करीब 1 करोड़ रुपए की देनदारियां खड़ी कर दी हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने जांच के बाद दोनों को गिरफ्तार किया है। मामले में जांच जारी है।

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