Edited By Kuldeep, Updated: 20 Dec, 2025 07:07 PM

दिसम्बर माह में मौसम का यह आलम है कि राजधानी शिमला का मौसम ऊना से भी गर्म हो गया है। चाहे बात न्यूनतम तापमान की करें चाहे अधिकतम तापमान की, शिमला का तापमान ऊना से कहीं अधिक चल रहा है।
शिमला (संतोष): दिसम्बर माह में मौसम का यह आलम है कि राजधानी शिमला का मौसम ऊना से भी गर्म हो गया है। चाहे बात न्यूनतम तापमान की करें चाहे अधिकतम तापमान की, शिमला का तापमान ऊना से कहीं अधिक चल रहा है। जहां शनिवार को अधिकतम तापमान सोलन में 24.5 डिग्री रहा, वहीं राजधानी शिमला का 17 डिग्री रहा है। इसकी एवज में ऊना में अधिकतम तापमान 11.4 डिग्री रहा है। रात्रि तापमान राजधानी शिमला का राज्य में सबसे अधिक चल रहा है। शनिवार को हिल स्टेशन शिमला में वीकैंड पर बादलों ने डेरा डाले रखा, लेकिन ऊंची हिमालयी चोटियों पर बर्फ के फाहे गिरे हैं। दिसम्बर माह के तीसरे सप्ताह में मौसम ने एक बार फिर हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग रंग दिखाए। कहीं बर्फबारी, कहीं सर्द हवाएं और कहीं घने कोहरे ने जनजीवन को प्रभावित किया।
शिमला, कुफरी और मनाली में दिन भर बादल छाए रहे, जबकि निचले और मैदानी इलाकों में धूप और कोहरे के बीच आंख-मिचौली चलती रही। प्रदेश के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में रुक-रुक कर हिमपात हुआ। मैदानी जिलों में कोहरे ने सबसे ज्यादा परेशानी बढ़ाई है। बिलासपुर जिले में दृश्यता घटकर महज 50 मीटर तक पहुंच गई। इससे सुबह और देर रात के समय यातायात पर असर रहा। मौसम विभाग ने 22, 23 और 24 दिसम्बर को बिलासपुर जिले के भाखड़ा डैम जलाशय क्षेत्र और मंडी की बल्ह घाटी में घने कोहरे का यैलो अलर्ट जारी किया है।
शनिवार को विभिन्न शहरों के न्यूनतम तापमान की बात करें तो शिमला में 11.8, कुफरी में 10.2, मनाली में 5.4, धर्मशाला में 7.8, सोलन में 4.0, पालमपुर में 5.5, कांगड़ा में 6.0, मंडी में 5.9, हमीरपुर और ऊना में 5.5-5.5, बिलासपुर में 7.5, बरठीं में 5.6, नाहन में 9.4 और कसौली में 11.7 डिग्री सैल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। जनजातीय क्षेत्रों में ठंड का असर सबसे ज्यादा रहा, जहां लाहौल-स्पीति के कुकुमसेरी में न्यूनतम तापमान माइनस 5.7 और ताबो में माइनस 2.9 डिग्री सैल्सियस रिकॉर्ड किया गया। पिछले 24 घंटों में प्रदेश के औसत न्यूनतम तापमान में करीब 2 डिग्री सैल्सियस का उछाल आया है।
आज उच्च पर्वतीय इलाकों में हल्की बर्फबारी के आसार, उसके बाद मौसम साफ
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने चम्बा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिलों की ऊंची चोटियों में अगले 24 घंटों के दौरान बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है। इसके बाद 22 से 26 दिसम्बर तक पूरे प्रदेश में मौसम के साफ रहने का अनुमान है। हालांकि 25 दिसम्बर से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है, लेकिन इसके प्रभावी न होने के कारण प्रदेश में बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं है। ठंड के बावजूद पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की आवाजाही बनी हुई है। शिमला और मनाली में बड़ी संख्या में पर्यटक बर्फबारी की उम्मीद लेकर पहुंच रहे है। प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी सैलानी क्रिसमस पर व्हाइट क्रिसमस की आस लगाए बैठे हैं, लेकिन मौसम विभाग के अनुसार 25 दिसम्बर को शिमला और मनाली में बर्फबारी की संभावना नहीं है।
इस बीच लंबे समय से बारिश न होने के कारण प्रदेश में सूखे जैसे हालात बनने लगे हैं। दिसम्बर महीने में अब तक एक बूंद भी बारिश दर्ज नहीं हुई है और वर्षा सामान्य से 100 फीसदी कम रही है। इसका सीधा असर फसलों और बागवानी पर पड़ रहा है। निचले जिलों में कई जगह गेहूं की बुवाई नहीं हो पाई है, जिससे किसान चिंतित नजर आ रहे हैं। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यदि जल्द ही अच्छी बारिश या बर्फबारी नहीं हुई तो इसका असर आने वाले रबी सीजन पर साफ दिखाई देगा।
वीकैंड पर राजधानी की ट्रेनें पैक, बर्फबारी की आस में आ रहे पर्यटक
जैसे-जैसे क्रिसमस नजदीक आ रहा है, पर्यटक भी बर्फबारी देखने के लिए शिमला पहुंच रहे हैं। राजधानी शिमला को आने वाली सभी ट्रेनें वीकैंड में पूरी तरह से पैक हैं। राजधानी शिमला में सैलानी खासे उमड़ रहे हैं और होटलों की ऑक्यूपैंसी भी बढ़ गई है। होटल कारोबारियों का कहना है कि यदि बर्फबारी होती है तो जल्द ही 100 फीसदी ऑक्यूपैंसी हो जाएगी, लेकिन मौसम विभाग के पूर्वानुमान से पर्यटकों में मायूसी छाई हुई है।