Edited By Kuldeep, Updated: 22 Jul, 2025 09:06 PM

राज्य में बुधवार से 3 दिनों तक मौसम थोड़ा राहत देगा, क्योंकि इन 3 दिनों के लिए किसी भी प्रकार का अलर्ट जारी नहीं किया गया है, अपितु हल्की-फुल्की बारिश हो सकती है, लेकिन 26 जुलाई से फिर से मौसम तीखे तेवर दिखाएगा, क्योंकि इसके बाद आगामी 3 दिनों को...
शिमला (संतोष): राज्य में बुधवार से 3 दिनों तक मौसम थोड़ा राहत देगा, क्योंकि इन 3 दिनों के लिए किसी भी प्रकार का अलर्ट जारी नहीं किया गया है, अपितु हल्की-फुल्की बारिश हो सकती है, लेकिन 26 जुलाई से फिर से मौसम तीखे तेवर दिखाएगा, क्योंकि इसके बाद आगामी 3 दिनों को यैलो अलर्ट जारी किया गया है। मंगलवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हुई है। इसमें शिमला में रुक-रुक कर 5 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई, जबकि सुंदरनगर में 10, भुंतर में 2, कल्पा में 0.9, धर्मशाला में 8, केलांग में 7, सोलन में 7.4, मनाली में 13, कांगड़ा में 1, मंडी में 6, बिलासपुर में 0.5, चम्बा में 1, जुब्बड़हट्टी में 10, कुफरी में 1.5, कुकुमसेरी में 4.5, नारकंडा में 7.5, रिकांगपिओ में 0.5, नेरी में 14, बजौरा में 2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। ऊना में अधिकतम तापमान 31.4, शिमला में 19.6 डिग्री रहा।
हालांकि प्रदेश के किन्नौर और लाहौल-स्पीति में मंगलवार दोपहर बाद भारी बारिश से बाढ़ आ गई। स्पीति के खुरिख गांव में अचानक बाढ़ से मलबा कई घरों में घुस गया। इस दौरान लोग जोर-जोर से चिल्लाए और घरों से बाहर भागे। किन्नौर के लियो कंडा के युलांग नाला में भी तेज बारिश के बाद नाले में बाढ़ आ गई।
गनीमत यह रही कि कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ। वहीं कुल्लू के निथर में बीती रात को बड़े-बड़े पत्थर पिकअप पर आकर गिरे। इसमें 2 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को रामपुर के खनेरी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों की पहचान विक्रांत और राजेश के रूप में हुई है। हिमाचल में भारी बरसात के बाद नदी-नाले उफान पर हैं। ऐसे में नाथपा-झाकड़ी, कड़छम और कोलडैम से सतलुज नदी में अतिरिक्त पानी छोड़ा जा रहा है। इसकी वजह से सतलुज नदी का जलस्तर 4 से 5 मीटर बढ़ गया है। कुल्लू रीजन में बारिश के बाद ब्यास नदी में भी पानी बढ़ गया है। यहां मंडी के पास बने पंडोह डैम में पानी का डेंजर लेवल 2941 फीट है और इस समय यहां जलस्तर 2920 फीट के आसपास चल रहा है। ऐसे में पंडोह डैम से ब्यास नदी में 42 हजार क्यूसेक पानी रिलीज किया जा रहा है। इसके बाद भाखड़ा-ब्यास मैनेजमैंट बोर्ड (बीबीएमबी) और प्रशासन ने निचले एरिया में लोगों को नदी से दूर रहने की सलाह दी है। पंजाब में भी अलर्ट जारी किया गया है।
उधर, 2 दिन से बंद चल रहे चंडीगढ़-मनाली फोरलेन को मंगलवार दोपहर बाद खोल दिया गया। फोरलेन के खुलने से यहां फंसे 400 से अधिक वाहनों को निकालना शुरू किया गया। हालांकि यहां बारंबार पत्थर गिर रहे है, जिसके चलते छोटे वाहनों को दूसरे मार्ग से भेजा गया है। मंगलवार शाम तक 3 नैशनल हाईवे व 375 संपर्क मार्ग अवरूद्ध रहे। फ्लैश फ्लड के कारण लाहौल-स्पीति जिला में एनएच 505 बंद है। मंडी जिला में एनएच-70 मंडी-कोटली भी अवरुद्ध है, जबकि सिरमौर जिला में एच.एच.-707 भी बंद चला हुआ है। तीनों नैशनल हाईवे को खोलने के लिए मशीनरी व लेबर जुटी हुई है। संपर्क मार्ग में सबसे अधिक जिला मंडी में 254 संपर्क मार्ग बंद चल रहे हैं, जबकि कुल्लू जिला के 78 संपर्क मार्ग बंद हैं। 326 बिजली ट्रांसफार्मर व 324 पेयजल योजनाएं भी ठप्प हैं। इन्हें बहाल करने के लिए कर्मचारी जुटे हुए हैं।
135 मौतें, 224 घायल 34 अभी भी लापता
20 जून से आरंभ हुए मानसून सीजन में 32 दिनों में 135 लोगों की जान चली गई है, जबकि 224 लोग घायल और 34 लोग अभी भी लापता हैं। लापता में सबसे अधिक 26 जिला मंडी के हैं। अब तक 397 मकान, 277 दुकानें और 1037 गौशालाएं पूरी तरह तबाह हो चुकी हैं, जबकि 797 मकानों को आंशिक नुक्सान हुआ है। करीब 1247 करोड़ रुपए की संपत्ति का नुक्सान आंका गया है। मंडी में सबसे ज्यादा तबाही हुई है। अब तक प्रदेश में 24 भूस्खलन, 36 फ्लैश फ्लड और 23 बादल फटने की घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं। मंडी में बादल फटने की 15, फ्लैश फ्लड की 11 और भूस्खलन की 4 घटनाएं हुई हैं।
किन्नर कैलाश व श्रीखंड यात्रा फिर शुरू
2 दिनों में भारी बारिश के कारण बंद पड़ी सबसे कठिन किन्नर कैलाश और श्रीखंड महादेव यात्रा फिर से शुरू हो गई है। किन्नर कैलाश यात्रा 15 जुलाई से 30 अगस्त तक 45 दिनों के लिए चलती है। यह यात्रा तांगलिंग गांव से शुरू होती है। उधर, श्रीखंड महादेव यात्रा 10 जुलाई से 23 जुलाई तक चलती है। यह यात्रा कुल्लू जिला के निरमंड से शुरू होती है लेकिन भारी बारिश के कारण यह यात्राएं बंद पड़ी हुई थीं, जो फिर से शुरू हो गई हैं।