Edited By Kuldeep, Updated: 19 Jul, 2025 06:50 PM

हिमाचल के अधिकतम क्षेत्रों में शनिवार को बादलों की आवाजाही और कहीं हल्की धूप खिली। ऐसे में प्रदेश में लोगों को हल्की राहत भी मिली, लेकिन मौसम विभाग ने फिर से आगामी 4 दिनों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
शिमला (राजेश): हिमाचल के अधिकतम क्षेत्रों में शनिवार को बादलों की आवाजाही और कहीं हल्की धूप खिली। ऐसे में प्रदेश में लोगों को हल्की राहत भी मिली, लेकिन मौसम विभाग ने फिर से आगामी 4 दिनों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इससे प्रदेश में फिर से बारिश का दौर शुरू होने की आशंका है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 20 जुलाई को प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी बारिश, तेज हवाओं और बादलों की गड़गड़ाहट के साथ बिजली गिरने की संभावना है। इसके लिए यैलो अलर्ट जारी किया गया है।
21 और 22 जुलाई को ऑरैंज अलर्ट के तहत बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। 23 जुलाई को फिर यैलो अलर्ट रहेगा, जबकि 24 और 25 जुलाई को भी बारिश की संभावना जताई गई है। हालांकि इन दिनों के लिए कोई विशेष चेतावनी नहीं दी गई है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेशभर में भूस्खलन के चलते 146 सड़कें अभी भी बंद हैं। सबसे ज्यादा मंडी जिले में 94 सड़कें बंद पड़ी हैं, जिनमें सिराज क्षेत्र की 64 सड़कें शामिल हैं। यहां 30 जून को बादल फटने की 12 घटनाओं से सबसे ज्यादा नुक्सान हुआ था।
कुल्लू में 33 व सिरमौर में 6 सड़कें अब भी बाधित हैं। सिरमौर जिले में नैशनल हाईवे-707 पांवटा साहिब-शिलाई फिर से अवरुद्ध हो गया है। इसके अलावा राज्य में 28 बिजली ट्रांसफार्मर और 58 पेयजल योजनाएं भी बंद पड़ी हैं, जिनमें सबसे ज्यादा असर मंडी में देखा जा रहा है। बीते 24 घंटों में हमीरपुर में 13 मिलीमीटर, कसौली और जुब्बड़हट्टी में 5.5 मिलीमीटर, कोठी और सलापड़ में 4.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने लोगों को नदी-नालों से दूर रहने, यात्रा के दौरान सावधानी बरतने और मौसम अपडेट पर नजर रखने की अपील की है। राज्य सरकार और जिला प्रशासन भी अलर्ट पर हैं और आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य चलाए जा रहे हैं।
हिमाचल को अब तक 1,230 करोड़ का नुक्सान
मानसून की मार ने अब तक हिमाचल को करीब 1,230 करोड़ रुपए का नुक्सान पहुंचाया है। सबसे ज्यादा नुक्सान लोक निर्माण विभाग को हुआ है, जिसे 552 करोड़ रुपए की क्षति का अनुमान है। जल शक्ति विभाग को 438 करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 20 जून से अब तक बारिश जनित हादसों में 116 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 34 लोग अब भी लापता हैं और 209 लोग घायल हुए हैं।