Edited By Kuldeep, Updated: 13 Jul, 2025 07:27 PM

जहां रविवार को राजधानी शिमला में खूब बारिश हुई, वहीं सोमवार को कांगड़ा व सिरमौर जिलों में एक बार फिर से भारी बारिश का ऑरैंज अलर्ट जारी किया गया है।
शिमला (संतोष): जहां रविवार को राजधानी शिमला में खूब बारिश हुई, वहीं सोमवार को कांगड़ा व सिरमौर जिलों में एक बार फिर से भारी बारिश का ऑरैंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने चेतावनी दी है कि 14 से 17 जुलाई तक प्रदेश में कई स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है। इस दौरान कांगड़ा और सिरमौर जिलों में सोमवार को भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरैंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि मंडी, शिमला और सोलन जिलों में यैलो अलर्ट रहेगा। 15 जुलाई को चम्बा, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर, 16 जुलाई को लाहौल-स्पीति और किन्नौर को छोड़कर शेष 10 जिलों व 17 जुलाई को चम्बा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और सिरमौर में यैलो अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि 18 जुलाई से मानसून के धीमा होने की संभावनाएं हैं। रविवार को प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में मौसम साफ बना रहा, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली। शिमला में 10, सुंदरनगर में 0.3, ऊना में 3, सोलन व मनाली में 1-1, बिलासपुर में 0.5, जुब्बड़हट्टी में 3, नारकंडा में 2 व भरमौर में 0.5 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई।
मानसून सीजन में अब तक 98 मौतें, 12 दिनों में मंडी में गई 15 लोगों की जान
मानसून सीजन में अब तक हुए विभिन्न हादसों में 98 लोगों की मौत हो चुकी है, 33 लोग लापता है और 178 लोग घायल हुए हैं। सबसे ज्यादा 21 मौतें मंडी में, कांगड़ा में 14, कुल्लू में 10, चम्बा में 9 और हमीरपुर में 8 व बिलासपुर में 7 लोगों की मौत दर्ज की गई है। यदि इस माह 12 दिनों की बात करें तो इस दौरान मंडी में 15 लोगों की मौत, 5 घायल व 27 लोग लापता हुए हैं। 20 जून से चले मानसून सीजन में राज्य में 384 मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए, जबकि 554 मकानों को आंशिक क्षति पहुंची है। 188 दुकानें और 788 गऊशालाएं तबाह हो चुकी हैं। 20 जून से अब तक बादल फटने की 22, फ्लैश फ्लड की 31 और भूस्खलन की 18 घटनाएं दर्ज की गई हैं। इन आपदाओं से प्रदेश को अब तक करीब 770 करोड़ रुपए की संपत्ति का नुक्सान हो चुका है, जिसमें जल शक्ति विभाग को 409 करोड़ और लोक निर्माण विभाग को 345 करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ है।
भूस्खलन से 1 एन.एच. व 196 संपर्क मार्ग बंद, 21 मार्ग किए दुरुस्त
रविवार शाम तक राज्य में 1 नैशनल हाईवे मंडी से कुल्लू 4 मील व बिंद्रावणी के पास अवरुद्ध रहा, जबकि 196 संपर्क मार्ग बंद रहे। सुबह तक 227 संपर्क मार्ग भी बंद थे, जिनमें से 21 मार्ग दुरुस्त कर दिए गए हैं। अन्य मार्गों को खोलने के लिए विभागीय मशीनरी व लेबर जुटी रही। सबसे अधिक मंडी जिला प्रभावित है, क्योंकि यहां 30 जून को बादल फटने से जनजीवन अस्त-व्यस्त होकर रह गया है। प्रदेश में 73 बिजली ट्रांसफार्मर और 787 पेयजल योजनाएं बंद पड़ी हैं।