Edited By Jyoti M, Updated: 06 Jan, 2025 04:13 PM
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत मिडल बाजार में नई लिफ्ट का लोकार्पण सोमवार को लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने किया। विक्रमादित्य सिंह ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस लिफ्ट से वरिष्ठ नागरिकों ओर पर्यटकों को काफी सुविधा मिलेगी...
हिमाचल डेस्क। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत मिडल बाजार में नई लिफ्ट का लोकार्पण सोमवार को लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने किया। विक्रमादित्य सिंह ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस लिफ्ट से वरिष्ठ नागरिकों ओर पर्यटकों को काफी सुविधा मिलेगी और कारोबार में तीव्रता आएगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शहर के विकास के लिए प्रयासरत है। नगर निगम शिमला को जाखू मंदिर में एस्केलेटर के साथ मल्टी स्टोरी स्टील स्ट्रक्चर्ड पार्किंग बनाने का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को पार्किंग की सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि आगामी कुछ महीनों के भीतर शहर के विकास नगर, एसडीए कॉम्प्लेक्स, ऑकलैंड, कैंसर अस्पताल आईजीएमसी के पास पार्किंग का लोकार्पण किया जाएगा। इन सभी पार्किंग में करीब 2 हजार वाहनों को पार्क करने की सुविधा होगी।
उन्होंने कहा कि कार्ट रोड़ के विस्तारीकरण के लिए कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा जगह-जगह कार्ट रोड़ को बाईपास के साथ जोड़ने के विकल्प भी तलाशे जा रहे हैं, ताकि ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू चल सके। उन्होंने कहा कि छोटा शिमला से लेकर मॉल रोड़ तक बिजली की तारों, फाइबर और टेलीकम्यूनिकेशन की तारों की डक्टिंग की जाएगी ताकि शहर से तारों का जंजाल समाप्त हो सके और विदेशों की तर्ज पर शहर में तारों की डक्टिंग होगी। उन्होंने कहा कि शिमला शहर अपने आप में मिनी हिमाचल है। यहां पर प्रदेश भर के हर क्षेत्र से लोग रहते हैं। शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने का जिम्मा हम सब का है और सभी हितधारकों को इस दिशा में सक्रिय होने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि शिमला में करीब 1600 करोड़ रुपए की लागत से रोपवे बनकर आगामी कुछ सालों में पूरा होगा। इससे जहां शहर वासियों को जाम से राहत मिलेगी वहीं पर्यटन उद्योग को भी काफी लाभ होगा। शहर के प्रमुख स्थानों को रोपवे से जोड़ा जाएगा। ऐसे में शहर में आवाजाही में तीव्रता आएगी।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नगर निगम शिमला को सब्जी मंडी में मिनी मॉल बनाने के निर्देश दिए हैं। इस मॉल में नगर निगम के सारे ऑफिस होंगे। इसके अलावा, वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग से सुविधा होगी। वहीं कुछ दुकानें भी इसमें शामिल होगी। इसके अतिरिक्त, हिमाचल प्रदेश की संस्कृति को भी इस मॉल में दिखाया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहर के विकास में पूर्व सरकार के समय जिन भी योजनाओं को लागू किया था, उन्हें भी जल्द पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकारें निरंतर चलती हैं। सिर्फ चेहरे बदलते है परन्तु आमजन को अधिक से अधिक लाभ मिलना चाहिए।
स्थानीय विधायक हरीश जनार्था ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि शहर के विकास के लिए जो-जो वादे किए गए हैं, उन्हें अगले 03 सालों में पूरा किया जाएगा। उन्होंने आरटीडीसी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पार्किंग को लेकर इंडिकेटर मॉल रोड़ और लोअर बाजार में लगाए जाए ताकि आम जनता को पता चल सके। उन्होंने कहा कि शहर में तारों की डक्टिंग के लिए 50 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिल चुकी है। लोक निर्माण विभाग को उक्त राशि स्थानांतरित कर दी गई है।
नगर निगम मेयर सुरेन्द्र चौहान ने कहा कि लक्कड़ बाजार से रिज तथा ऑकलैंड से लक्कड़ बाजार लिफ्ट के माध्यम से जोड़ा जा रहा है। इसका कार्य तीव्र गति से चला हुआ है। लक्कड़ बाजार में वेस्ट टू वंडर पार्क की स्थापना की जाएगी जिसके लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। दौलत सिंह पार्क को रोटरी टाऊन के साथ जोड़ते हुए अत्याधुनिक पार्क बनाने की योजना के लिए नगर निगम प्रयासरत है।
10 रुपए में हो सकेगा आना जाना
उक्त लिफ्ट में 10 रुपए फ्लैट शुल्क वसूला जाएगा। इसमें आना जाना हो सकेगा। इस लिफ्ट के माध्यम से मिडल बाजार से सीधा मॉल रोड़ पहुंच सकेंगे। ऐसे में वरिष्ठ नागरिकों तथा पर्यटकों के लिए यह लिफ्ट कारगर साबित होगी। एक बारी में लिफ्ट के अंदर एक साथ 08 व्यक्ति सफर कर सकेंगे। इसका टिकट 12 घंटे तक मान्य होगा।
यह भी रहे मौजूद
इस मौके पर नगर निगम उप महापौर उमा कौशल, नगर निगम आयुक्त भूपिंदर अत्री, मुख्य महाप्रबंधक आरटीडीसी रोहित ठाकुर, उप-महाप्रबंधक मुनीश साहनी, लोअर बाजार पार्षद उमंग बंगा, पार्षद नरेंद्र ठाकुर, पार्षद विनय, इंजन घर पार्षद अंकुश वर्मा, मनोनीत पार्षद राज कुमार, शिमला व्यापार मंडल हरजीत मंगा, पूर्व पार्षद इंद्रजीत सिंह, पार्षद राजीव सूद, विशाल सूद, सतपाल शर्मा और मोहित सहित कई गणमान्य मौजूद रहे।
पांच साल तक संचालन करेगा आरटीडीसी
रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (आरटीडीसी) इस लिफ्ट का संचालन पांच साल तक करेगा। इसके रखरखाव का जिम्मा भी आरटीडीसी को ही दिया गया है। इस लिफ्ट के निर्माण कार्य पर 01 करोड़ 77 लाख रुपए खर्च किए गए है। दो साल के भीतर लिफ्ट बनकर तैयार हुई है। इसके टावर की ऊंचाई 24 मीटर है जबकि फुट ओवर ब्रिज की लंबाई 24 मीटर है और ब्रिज की चौड़ाई 1.5 मीटर है।