Edited By Kuldeep, Updated: 07 Aug, 2023 10:02 PM

46 दिनों की अवधि में राज्य में मानसून की बारिश द्वारा मचाई तबाही के बाद अब मानसून राहत देगा। मौसम विभाग के अनुसार 7 अगस्त की सुबह तक भारी बारिश हुई है, लेकिन आगामी दिनों में छिटपुट वर्षा होगी और किसी प्रकार का अलर्ट नहीं रहेगा।
शिमला (संतोष): 46 दिनों की अवधि में राज्य में मानसून की बारिश द्वारा मचाई तबाही के बाद अब मानसून राहत देगा। मौसम विभाग के अनुसार 7 अगस्त की सुबह तक भारी बारिश हुई है, लेकिन आगामी दिनों में छिटपुट वर्षा होगी और किसी प्रकार का अलर्ट नहीं रहेगा। 13 अगस्त तक वर्षा तो होगी लेकिन कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है। राज्य में पिछले 24 घंटों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हुई है और न्यूनतम व अधिकतम तापमान में कोई बदलाव नहीं हुआ है। भूस्खलन के कारण कालका-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है। ओलिंदा बिलासपुर में 18, नैना देवी में 16, बी.बी.एम.बी. में 16, सरहाली में 12, काहू में 5, नादौन में 3, धर्मशाला में 3, नगरोटा सूरियां में 3, अर्की में 3, अंब में 3, अघार में 3, कसौली में 3 सैंटीमीटर वर्षा हुई है। ऊना में अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री, केलांग में न्यूनतम तापमान 11.5 डिग्री, राजधानी शिमला में अधिकतम तापमान 23.7 डिग्री रहा है।
सोमवार सुबह हुई भारी बारिश
सोमवार सुबह राजधानी शिमला सहित कई जगह वर्षा हुई। बिलासपुर जिले में भारी बारिश हुई। ओङ्क्षलडा में 5 से 6 घंटों के भीतर रिकार्ड 180 मिलीमीटर और नैना देवी में भी 162.6 मिलीमीटर बारिश हुई। प्रदेश के कई अन्य क्षेत्रों में भी सुबह के वक्त तेज बारिश हुई। सोमवार को शिमला में 2, सुंदरनगर में 0.4, धर्मशाला में 30.2, सोलन में 3, कांगड़ा में 4, मंडी में 5, डल्हौजी में 6, कुफरी में 2 मिलीमीटर वर्षा हुई है। राहत की बात है कि अगले 72 घंटे के दौरान पहाड़ों पर मानसून कमजोर रहेगा। इस दौरान कुछेक क्षेत्रों में ही बारिश का पूर्वानुमान है। ज्यादातर इलाकों में हल्की धूप भी खिल सकती है।
बीते सप्ताह कमजोर रहा मानसून, 63 प्रतिशत कम हुई वर्षा
पिछले सप्ताह पहाड़ों पर मानसून कमजोर रहा। प्रदेश के सभी 12 जिलों में 31 जुलाई से 6 अगस्त के बीच सामान्य से 63 प्रतिशत कम बारिश हुई। लाहौल-स्पीति में सबसे कम 0.7 मिलीमीटर, किन्नौर में मात्र 3 मिलीमीटर और कुल्लू में 7.9 मिलीमीटर बादल बरसे हैं। चंबा में 15.8, बिलासपुर में 44.9, हमीरपुर में 36.1, कांगड़ा में 89.7, मंडी 54.7, शिमला 22.5, सिरमौर 51.3, सोलन 41.6 और ऊना में 25.6 मिलीमीटर बरसात हुई है। प्रदेश में इस अवधि में औसत सामान्य 66.7 मिलीमीटर बारिश होती है, जबकि इस बार 24.6 मिलीमीटर बरसात हुई है। प्रदेशवासियों ने इससे राहत की सांस ली है।
सिर्फ एक नैशनल हाईवे है अब बंद
24 जून से शुरू हुए मानसून सीजन में अब धीरे-धीरे पटरी पर जनजीवन लौटने लगा है। अब सिर्फ एकमात्र नैशनल हाईवे शिमला-चंडीगढ़ कोटी के पास दत्यार में बंद पड़ा हुआ है, जबकि सोमवार सुबह तक राज्य में 186 सड़कें और 206 बिजली ट्रांसफार्मर व 38 पेयजल योजनाएं बंद चल रही हैं। जिला शिमला में सबसेे अधिक 77 सड़कें बंद हैं। बिलासपुर में 2, चंबा में 7, कांगड़ा में 6, किन्नौर में 5, कुल्लू में 50, मंडी में 27, सिरमौर में 4, सोलन में 8 सड़कें बंद हैं। ऊना, लाहौल-स्पीति व हमीरपुर में कोई सड़क अवरुद्ध नहीं है। बिजली ट्रांसफार्मरों में कुल्लू, मंडी व शिमला में ही दिक्कत है, जबकि सबसे अधिक 35 पेयजल योजनाएं भी जिला शिमला में बंद हैं।