Edited By Kuldeep, Updated: 17 Aug, 2025 10:11 PM

हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू होगा। इसी कड़ी में सरकार को घेरने के लिए विपक्ष दल भाजपा ने रविवार को अपनी रणनीति तैयार की जबकि सत्ताधारी दल कांग्रेस सोमवार को अपनी रूपरेखा तैयार करेगा।
शिमला (राक्टा): हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू होगा। इसी कड़ी में सरकार को घेरने के लिए विपक्ष दल भाजपा ने रविवार को अपनी रणनीति तैयार की जबकि सत्ताधारी दल कांग्रेस सोमवार को अपनी रूपरेखा तैयार करेगा। इसके तहत मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में सुबह के समय ओक ओवर में विधायक दल की बैठक आयोजित होगी। वहीं रविवार को भाजपा विधायक दल की बैठक देर शाम नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान आपदा के दौरान सरकार के नकारात्मक रुख, संस्थाओं को बंद करने और स्थानांतरण करने, कर्मचारियों की मांगों को न मानने, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के साथ ही पार्टी विधायकों एवं आपदा प्रभावितों पर भी केस दर्ज करने, कानून व्यवस्था, नशा तस्करी के बढ़ते मामलों, अवैध खनन, भ्रष्टाचार, आपदा में भाई भतीजावाद को बढ़ावा देने सहित अन्य कई मुद्दों पर सरकार को सदन के अंदर और बाहर घेरने की रणनीति तैयार की गई।
साथ ही सरकार से सदन में जानकारी मांगी जाएगी कि आपदा में कितनी-कितनी राशि प्रदेश सरकार ने कहां-कहां खर्च की। विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि बैठक में निर्णय लिया गया कि जनहित से जुड़े मुद्दों पर विपक्ष चुप नहीं बैठेगा और सरकार से हर मुद्दे का जवाब मांगा जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार की कार्यशैली से हर वर्ग त्रस्त है। रणधीर शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के संरक्षण में आपदा के समय भी भाई भतीजावाद और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। आपदा के समय कितनी राशि प्रदेश सरकार ने खर्ची उसका कोई हिसाब किताब नहीं है। इन सब मुद्दों पर विधानसभा में सरकार से जवाब मांगे जाएंगे।
संस्थानों को स्थानांतरण करने का नया रिवाज : जयराम ठाकुर
वहीं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी शेयर की है। इसमें उन्होंने लिखा है कि मुख्यमंत्री सुक्खू ने संस्थानों को स्थानांतरण करने का नया रिवाज शुरू किया है। यदि मुख्यमंत्री को कुछ करना है तो नया करें, बेहतर करें, बहुत बड़ा करें लेकिन जो काम पहले से हुआ है, उसे खराब करके क्या मिलेगा। ऐसे में मानसून सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं।
विधेयक को वापस लेने बारे पेश होगा प्रस्ताव
सोमवार को सदन में कृषि मंत्री चंद्र कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि, उद्यानिकी और वानिकी विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक 2024 (2024 का विधेयक 25) को वापस लेने के लिए सदन में प्रस्ताव पेश करेंगे। इसके साथ ही नियम 62 के तहत विधायक लोकेंद्र कुमार राजकीय प्राथमिक पाठशाला डोगरी को डिनोटिफाई करने से उत्पन्न स्थिति की बारे में सदन का ध्यान आकर्षित करेंगे। इसी तरह उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया नियम 62 के तहत बी.पी.एल. चयन में सरकार द्वारा लगाए गए मापदंडों में छूट देने हेतु सदन का ध्यान आकर्षित करेंगे।
गूंजेगा भारी बरसात से हुए नुक्सान का मसला
विधायक चंद्रशेखर, केवल सिंह पठानिया, सुरेश कुमार और नीरज नैय्यर द्वारा सदन में सोमवार को नियम 130 के अंतर्गत प्रदेश में भारी बरसात से जानमाल एवं निजी व सरकारी संपत्तियों को हुए नुक्सान का मसला उठाया जाएगा। इसके साथ ही विधायक जीतराम कटवाल द्वारा प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने हेतु सुदृढ़ एवं कारगर नीति तैयार करने का मामला उठाया जाएगा।
चौथा बड़ा मानसून सत्र
प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र इस बार विशेष होगा। यह सत्र 18 अगस्त (सोमवार) को दोपहर 2 बजे शुरू होगा और 2 सितम्बर तक चलेगा। यह 14वीं विधानसभा का नवम सत्र होगा, जिसमें 12 बैठकें आयोजित की जाएंगी। विधानसभा के इतिहास का यह अब तक का चौथा बड़ा मानसून सत्र है। इससे पूर्व वर्ष 1962 में प्रथम विधानसभा की 13 बैठकें, वर्ष 1968 द्वितीय विधानसभा की 15 बैठकें तथा वर्ष 2009 में 11वीं विधानसभा में मानसून सत्र की 17 बैठकें आयोजित की गई थीं।