Edited By Kuldeep, Updated: 12 Aug, 2025 09:51 PM

हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर तैयारियों का दौर जारी है। इसी कड़ी में मंगलवार को विधानसभा सचिवालय के मुख्य समिति कक्ष में कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक का आयोजन किया। बैठक की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया...
शिमला (राक्टा): हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर तैयारियों का दौर जारी है। इसी कड़ी में मंगलवार को विधानसभा सचिवालय के मुख्य समिति कक्ष में कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक का आयोजन किया। बैठक की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने की। बैठक में डीजीपी अशोक तिवारी, एडीजी सीआईडी ज्ञानेश्वर सिंह, सचिव सामान्य प्रशासन राजेश शर्मा, आईजी सतर्कता संतोष पटियाल, निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क विभाग राजेश कुमार, जिलाधीश शिमला अनुपम कश्यप, विधानसभा सचिव यशपाल शर्मा, एसपी संजीव गांधी सहित अन्य विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारी मौजूद रहे। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सभी प्रवेश पत्र ऑनलाइन के बजाय हस्तलिखित माध्यम से जारी किए जाएंगे, क्योंकि अभी हमने राष्ट्रीय ई-विधान नेवा को अपनाया है, जिसके क्रियान्वयन में अभी और समय लग सकता है। बैठक में निर्णय लिया गया कि विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी अधिकारी दीर्घा पास, स्थापना पास तथा प्रैस संवाददाताओं को जारी किए पास प्रमुखता से प्रदर्शित किए जाएंगे ताकि सुरक्षा कर्मियों द्वारा फ्रिस्किंग की कम से कम आवश्यकता हो।
इस अवसर पर सुरक्षा की दृष्टि से विधानसभा अध्यक्ष को अवगत करवाते हुए एसपी संजीव गांधी ने कहा कि 900 के करीब जवान विधानसभा सत्र के दौरान सुरक्षा में मौजूद रहेंगे तथा सुरक्षा चाक चौबंद रहेगी। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सुरक्षा में कोई भी चूक कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि विधानसभा की बाहरी तथा आंतरिक सुरक्षा महत्वपूर्ण है। पुलिस विभाग ड्रोन कैमरे से भी सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करेगा। इसके अतिरिक्त विधानसभा परिसर में एक एम्बुलैंस आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी। साथ ही 2 डाक्टर तथा पैरामैडीकल स्टाफ भी ड्यूटी पर तैनात रहेगा। कोई भी अधिकारी, आगंतुक तथा मीडिया कर्मी सदन के अंदर फोटोग्राफी तथा वीडियोग्राफी नहीं कर सकेंगे अन्यथा नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। सत्र की कार्यवाही देखने आए आगंतुकों को दर्शक दीर्घा में स्थान की उपलब्धता अनुसार पास जारी किए जाएंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने बैठक में मौजूद सभी अधिकारियों को सत्र आरंभ होने से पूर्व सभी मुरम्मत कार्य पूर्ण करने के सख्त निर्देश भी दिए।
पास पर पासपोर्ट साइज फोटो लगानी होगी
प्रैस संवाददाताओं को प्रवेश यथावत गेट नंबर 3, 4, 5 व 6 से ही रखा जाएगा। यह भी निर्णय लिया गया कि कोई भी सरकारी अधिकारी व कर्मचारी व अन्य पास धारक अपना शासकीय पास किसी अन्य को स्थानांतरित नहीं करेगा अन्यथा कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है। विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी शासकीय पास पर सभी को अपनी पासपोर्ट साइज की फोटो भी लगानी होगी अन्यथा बिना फोटो के प्रवेश नहीं दिया जाएगा। यह सभी पास धारकों के लिए अनिवार्य होगा।
विधानसभा के अंदर मोबाइल ले जाने पर रहेगा प्रतिबंध
बैठक में निर्णय लिया गया कि विधानसभा सचिवालय की ओर से जारी पार्किंग स्टीकर वाहन के आगे प्रमुखता से प्रदर्शित किए जाएंगे, ताकि धारकों को कम से कम असुविधा का सामना करना पड़े। साथ ही मोबाइल फोन, लैपटॉप, पेजर आदि विधानसभा के अंदर ले जाने पर पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा।
प्रदेश की पहली विधानसभा के वर्किंग डे 181 रहे
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मानसून सत्र को लेकर प्रश्न मिलना शुरू हो गए हैं। अब तक विधानसभा सचिवालय को 635 तारांकित और 127 अतारांकित प्रश्न मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा की 1 वर्ष में 35 सिटिंग निर्धारित की गई हैं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि प्रदेश की 1962 की जो पहली विधानसभा थी, उसके वर्किंग डे 181 रहे हैं। उसके बाद से सभी विधानसभाओं के कार्य दिन 150, 160 व 165 के आसपास रहे हैं। उन्होंने कहा कि 14वीं विधानसभा का इस वर्ष का जब आखिर सत्र होगा तो 35 सिटिंग की अनिवार्यता पूरी हो जाएगी।