Edited By Jyoti M, Updated: 08 Jan, 2025 11:41 AM
हिमाचल प्रदेश में सिंचाई योजनाओं के तहत खरीदे गए पाइप अब जांच के दायरे में आ गए हैं। पिछली सरकार के कार्यकाल में खरीदे गए इन पाइपों की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। क्यार-कमाह क्षेत्र में घटिया पाइपों की वजह से सिंचाई योजना के दौरान गंभीर...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में सिंचाई योजनाओं के तहत खरीदे गए पाइप अब जांच के दायरे में आ गए हैं। पिछली सरकार के कार्यकाल में खरीदे गए इन पाइपों की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। क्यार-कमाह क्षेत्र में घटिया पाइपों की वजह से सिंचाई योजना के दौरान गंभीर समस्याएं सामने आई हैं।
यहां पानी की टेस्टिंग के दौरान पाइप फटने और चैंबर उखड़ने जैसी घटनाएं हुईं। वहीं कई स्थानों पर इस्तेमाल किए गए पाइप परीक्षण के दौरान फट गए। इसके अलावा, बड़ी जगहों पर छोटी मोटाई के पाइप बिछाने की शिकायतें मिली हैं। जहां 5 से 6 इंच के पाइप लगने थे, वहां 2.5 इंच के पाइप का उपयोग किया गया है। पाइपों को जमीन में दबाने के बजाय खुले में छोड़ दिया गया, जिससे उनकी स्थिति और खराब हो गई।
जल शक्ति विभाग ने इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए निरीक्षण के लिए एक टीम मौके पर भेजी। विभाग के अधीक्षण अभियंता और अधिशासी अभियंता ने क्यार-कमाह क्षेत्र का दौरा किया और मौके पर कई खामियां पाईं। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि खराब और फटे पाइपों को हटाकर नए पाइप बिछाए जाएंगे।
जनता का रोष:
क्षेत्र के लोग अब खुलकर इन गड़बड़ियों पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि घटिया सामग्री के उपयोग से न केवल योजनाएं ठप हो रही हैं, बल्कि उनकी कृषि और जल आपूर्ति भी प्रभावित हो रही है। जल शक्ति विभाग के प्रमुख अभियंता जोगेंद्र चौहान ने कहा है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही योजनाओं को दुरुस्त कर शुरू किया जाएगा।