Himachal: ब्रेन ट्यूमर और कमजाेर नजर पर भारी पड़ा पढ़ाई का जुनून, दृष्टिबाधित बेटी इतिका ने हासिल की PhD की डिग्री

Edited By Vijay, Updated: 15 Jun, 2025 04:32 PM

passion for studies overshadowed brain tumor and poor eyesight

मुश्किलें चाहें जितनी भी हों, जुनून और हौसले से हर मंजिल पाई जा सकती है। यही कर दिखाया है हिमाचल प्रदेश की बेटी डॉ. इतिका चौहान ने, जिन्होंने दृष्टिबाधा जैसी गंभीर चुनौती को पार करते हुए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से पीएचडी की डिग्री हासिल कर मिसाल...

शिमला (अभिषेक): मुश्किलें चाहें जितनी भी हों, जुनून और हौसले से हर मंजिल पाई जा सकती है। यही कर दिखाया है हिमाचल प्रदेश की बेटी डॉ. इतिका चौहान ने, जिन्होंने दृष्टिबाधा जैसी गंभीर चुनौती को पार करते हुए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से पीएचडी की डिग्री हासिल कर मिसाल कायम की है।

शिमला जिला के कोटखाई की रहने वाली डॉ. इतिका चौहान का जीवन संघर्षों से भरा रहा, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। जब वह चौथी कक्षा में थीं, तब पता चला कि उन्हें ब्रेन ट्यूमर है। इसके बाद चंडीगढ़ के पीजीआई में उनका इलाज शुरू हुआ, लेकिन इस बीमारी के कारण उनकी आंखों की रोशनी धीरे-धीरे कम होती गई। इलाज के दौरान दो बार ऑप्रेशन भी हुए और आज भी उन्हें समय-समय पर पीजीआई जाकर जांच करानी पड़ती है। 

दृष्टिबाधा जैसी गंभीर परेशानी के बावजूद इतिका ने पढ़ाई को कभी बोझ नहीं बनने दिया। उन्होंने आठवीं कक्षा तक की शिक्षा जुब्बल से पूरी की, 12वीं की पढ़ाई राजकीय कन्या विद्यालय, लक्कड़ बाजार से की और फिर बीए की डिग्री आरकेएमवी, शिमला से प्राप्त की। इसके बाद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से लोक प्रशासन विषय में एमए और फिर पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।

शोध विषय रहा महिलाओं का सशक्तिकरण
डाॅ. इतिका ने “गैर-सरकारी संगठनों का हस्तक्षेप और महिला सशक्तिकरण : शिमला जिले की केस स्टडी” विषय पर शाेध किया। उमंग फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रो. अजय श्रीवास्तव ने बताया कि हाल ही में विश्वविद्यालय ने उनकी पीएचडी पूरी होने की अधिसूचना जारी की है। उनकी शोध पर्यवेक्षक प्रो. अनुपमा कंवर रहीं।

ऑनलाइन और बड़े प्रिंट से की पढ़ाई, सोशल मीडिया से भी जुड़ी रहीं 
अपनी दृष्टि संबंधी समस्या के चलते इतिका ने अधिकतर पढ़ाई ऑनलाइन माध्यम से और बड़े अक्षरों वाले प्रिंट के जरिए की। मैग्नीफाइंग ग्लास का उपयोग भी उन्होंने छोटे प्रिंट पढ़ने में किया। वह सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहती हैं और उमंग फाऊंडेशन से लंबे समय से जुड़ी हुई हैं, जिसने उनकी उच्च शिक्षा में मदद की।

वर्तमान में हैं राजनीति विज्ञान की प्रवक्ता, माता-पिता हैं प्रेरणा स्रोत
वर्तमान में डाॅ. इतिका चौहान हिमाचल प्रदेश के मतियाना स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय (ब्वॉयज) में राजनीति विज्ञान की प्रवक्ता के पद पर कार्यरत हैं। उनके पिता जगदीश चौहान भारतीय स्टेट बैंक से सेवानिवृत्त हैं और माता रीता चौहान गृहिणी हैं। डाॅ. इतिका अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता, शोध पर्यवेक्षक प्रो. अनुपमा कंवर, मित्रों और उमंग फाऊंडेशन को देती हैं।
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