Edited By Vijay, Updated: 25 Jul, 2023 09:05 PM

पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सुखविंदर सिंह सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के पास फूटी कौड़ी नहीं है, जिसका सरकार में बैठे लोग निरंतर स्वयं जिक्र करते थक नहीं रहे हैं।
गोहर/जंजैहली (ख्यालीराम): पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सुखविंदर सिंह सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के पास फूटी कौड़ी नहीं है, जिसका सरकार में बैठे लोग निरंतर स्वयं जिक्र करते थक नहीं रहे हैं। आपदा में हुई त्रासदी के प्रभावितों को जो राशि सरकार दे रही है, वह प्रदेश को केंद्र सरकार से मिली 364 करोड़ रुपए की राशि से वितरित की जा रही है। उन्होंने कहा कि आपदा से हुए नुक्सान की भरपाई केंद्र से मिली सहायता राशि के साथ-साथ सरकार अपने खजाने से भी कम से कम 300 करोड़ रुपए की राशि राहत को लेकर जारी करती।
प्रभावित लोगों को चेहरा देखकर राहत राशि वितरित कर रही सरकार
जयराम ठाकुर मंगलवार को अपने गृह विधानसभा क्षेत्र सराज के थुनाग में प्रभावितों से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार आपदा में प्रभावित लोगों को चेहरा देखकर राहत राशि वितरित कर रही है, जिसमें राजनीति करना निहायत ही अशोभनीय है। सरकार की ओर से जो राशि आपदा प्रभावितों को बांटी जा रही उसे कांग्रेस पार्टी के विधायकों के परिवार और कांग्रेस पार्टी के लोग बांट रहे हैं। जो न तो कोई पंचायत प्रतिनिधि और न ही किसी संवैधानिक पद पर काबिज हैं। आपदा राशि स्थानीय प्रतिनिधियों व व्यापार मंडलों के पदाधिकारियों को दरकिनार कर बांटी जा रही है।
कांग्रेस पार्टी के नेताओं को आपे में रहने की दी सलाह
जयराम ने कहा कि जो लोग उन पर आरोप लगा रहे हैं कि सड़कों के निर्माण करने से त्रासदी आई है, उन्हें मालूम होना चाहिए कि जहां सड़कें नहीं वहां भी भारी नुक्सान पहुंचा है। उन्होंने थुनाग में आपदा के दौरान आई लकड़ियों की हो रही जांच के संदर्भ में कांग्रेस पार्टी के नेताओं को आपे में रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि सराज की इमारती लकड़ी की जीपें कहां पहुंच रही हैं, सारी जानकारी रखते हैं।
त्रासदी के 6 दिन बाद थुनाग पहुंची अफसरशाही
जयराम ठाकुर ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी अफसरशाही थुनाग बाजार में आपदा के दौरान हुई त्रासदी का जायजा लेने के लिए 6 दिनों के बाद पहुंची। अगर सरकार ने सराज में उनकी सरकार द्वारा खोले गए विभागों के बड़े कार्यालय डीनोटिफाई न किए होते तो प्रभावितों को समय रहते राहत मिल जाती। इसके उपरांत उन्होंने अधिकारियों से बैठक कर समस्या का हल करने बारे चर्चा की।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here