Edited By Simpy Khanna, Updated: 25 Oct, 2019 12:40 PM
एन.सी.ई.आर.टी. के विशेषज्ञों से ट्रेनिंग लेने के बाद रिर्साेस पर्सन ब्लॉक लेवल पर शिक्षकों को ट्रेनिंग देंगे। इस दौरान 350 रिर्सोस पर्सन स्कूलों के 40,000 शिक्षकों को ट्रेंड करेंगे। इसके लिए समग्र शिक्षा विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। विभाग ने मामले...
शिमला (प्रीति): एन.सी.ई.आर.टी. के विशेषज्ञों से ट्रेनिंग लेने के बाद रिर्साेस पर्सन ब्लॉक लेवल पर शिक्षकों को ट्रेनिंग देंगे। इस दौरान 350 रिर्सोस पर्सन स्कूलों के 40,000 शिक्षकों को ट्रेंड करेंगे। इसके लिए समग्र शिक्षा विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। विभाग ने मामले पर 30 अक्तूबर को सभी डी.पी.ओ, बी.आर.सी.सी., ट्रेनिंग इंचार्ज व लेखा अधिकारियों की बैठक बुलाई है। इस दौरान विभाग इन अधिकारियों के साथ मिलकर ब्लॉक लेवल पर होने वाली ट्रेनिंग का शैड्यूल तैयार करेंगे।
बताया जा रहा है कि अगले माह यानि नवंबर से विभाग शिक्षकों की ट्रेनिंग करवाने की योजना बना रहा है। इस दौरान बी.आर.सी.सी. को ये जिम्मेदारी दी जाएगी। विंटर वैकेशन और समर वैकेशन स्कूलों में ये ट्रेनिंग करवाई जाएगी। हालांकि दिसंबर माह में वार्षिक परीक्षाएं के चलते विभाग विंटर वैकेशन स्कूलोंं के शिक्षकों को ये ट्रेनिंग जनवरी माह में करवाएगा, ताकि इस दौरान स्कूलों में छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो सके।
ट्रेनिंग देने के लिए छह शिक्षकों की बनेगी टीम
ब्लॉक लेवल पर शिक्षकोंं को ट्रेनिंग देने के लिए विभाग छह शिक्षकों की टीम बनाएगा। इसमें पांच की-रिर्सोस पर्सन होंगे, जबकि एक स्कूल रिर्सोस पर्सन होगा, जो शिक्षकों को ट्रेनिंग देंगे।
इस दौरान हर स्कूल से एक शिक्षक को ट्रेंड किया जाएगा। इन्हें लर्निंग आऊटकम्स के अलावा मॉडल बना कर छात्रों का कैसे पढ़ाना है, इस बारे में बताया जाएगा। इसके अलावा पड़ने-पढ़ाने के लिए आई.सी.टी. लैब का इस्तेमाल करना भी शिक्षकों को बताया जाएगा। गौर हो कि एन.सी.ई.आर.टी. के विशेषज्ञों द्वारा हाल ही में प्रदेश के शिक्षकों का इस संबंध में ट्रेनिंग दी गई थी।