Edited By Jyoti M, Updated: 25 Mar, 2025 11:39 AM

हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अगले शैक्षणिक सत्र से छठी कक्षा से कंप्यूटर की पढ़ाई शुरू करने की योजना बनाई गई है। वर्तमान में राज्य के सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर की पढ़ाई केवल नौवीं कक्षा से शुरू होती है, लेकिन अब शिक्षा बोर्ड ने इसे छठी...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अगले शैक्षणिक सत्र से छठी कक्षा से कंप्यूटर की पढ़ाई शुरू करने की योजना बनाई गई है। वर्तमान में राज्य के सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर की पढ़ाई केवल नौवीं कक्षा से शुरू होती है, लेकिन अब शिक्षा बोर्ड ने इसे छठी कक्षा से शुरू करने का प्रपोजल तैयार किया है। यह प्रपोजल प्रदेश सरकार को मंजूरी के लिए भेजा जा चुका है। यदि सरकार इसे मंजूरी देती है, तो आगामी शैक्षणिक सत्र 2026-27 से बच्चों को छठी कक्षा से ही कंप्यूटर की पढ़ाई मिल सकेगी।
नई शिक्षा नीति के तहत मिलेगा फंड
राज्य के शिक्षा बोर्ड ने इस योजना को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के अंतर्गत प्रस्तावित किया है। इसके लिए फंड की व्यवस्था नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से की जाएगी, जिससे राज्य सरकार को वित्तीय मदद मिल सकेगी। बोर्ड ने इस योजना के लिए आवश्यक बजट तैयार कर दिया है, जो प्रदेश सरकार को भेजा जा चुका है। अगर सरकार द्वारा मंजूरी मिलती है, तो जल्द ही सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर की पढ़ाई शुरू हो जाएगी, जिससे बच्चों को आधुनिक तकनीकी शिक्षा मिलने में मदद मिलेगी।
कंप्यूटर शिक्षा के महत्व को समझते हुए लिया गया फैसला
अब तक, हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर की पढ़ाई केवल नौवीं कक्षा से शुरू होती थी, लेकिन इसके बाद भी अधिकांश छात्र कंप्यूटर के बारे में बहुत कम जानते थे। इसलिए शिक्षा बोर्ड ने यह कदम उठाया है, ताकि छठी कक्षा से ही बच्चों को कंप्यूटर और तकनीकी शिक्षा से परिचित कराया जा सके। इसका उद्देश्य बच्चों को डिजिटल युग के लिए तैयार करना और उन्हें भविष्य में अधिक अवसर प्रदान करना है। इस कदम से छात्रों की तकनीकी दक्षता में सुधार होगा और वे दुनिया भर के डिजिटल परिवर्तन में भाग ले सकेंगे।
इस योजना को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए स्कूलों में कंप्यूटर और अन्य आवश्यक डिजिटल उपकरण स्थापित करने होंगे। इसके लिए एक उचित बजट की आवश्यकता होगी, जिसे नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत उपलब्ध कराया जाएगा। स्कूलों को इन उपकरणों के लिए फंड की जरूरत होगी ताकि छात्रों को उचित सुविधाएं और प्रशिक्षण मिल सके। शिक्षा बोर्ड ने इस पहल को स्कूलों में लागू करने के लिए वित्तीय व्यवस्था की योजना तैयार कर ली है।
सिस्टम में सुधार की आवश्यकता
प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि इस योजना को लागू करने से पहले स्कूलों में आवश्यक बुनियादी ढांचे की समीक्षा की जाएगी। जिन स्कूलों में कंप्यूटर की सुविधाएं नहीं हैं, वहां इन उपकरणों की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही, शिक्षक प्रशिक्षण का भी ध्यान रखा जाएगा, ताकि वे बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा प्रभावी तरीके से दे सकें।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के सचिव, डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने बताया कि शैक्षणिक सत्र 2026-27 में प्रदेश के सरकारी स्कूलों में छठी कक्षा से कंप्यूटर विषय की पढ़ाई शुरू करने की योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि इसके लिए बोर्ड ने एक प्रस्ताव तैयार किया है, जो प्रदेश सरकार को मंजूरी के लिए भेजा गया है।