Edited By Vijay, Updated: 29 Dec, 2024 03:25 PM
डाॅ. राधा कृष्णन मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल हमीरपुर में डिलीवरी के दौरान एक नवजात की मौत हो गई। परिजनों ने बच्चे की मौत के लिए मेडिकल काॅलेज के गायनी विभाग के डाॅक्टरों को कसूरवार ठहराया है....
हमीरपुर (अजय): डाॅ. राधा कृष्णन मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल हमीरपुर में डिलीवरी के दौरान एक नवजात की मौत हो गई। परिजनों ने बच्चे की मौत के लिए मेडिकल काॅलेज के गायनी विभाग के डाॅक्टरों को कसूरवार ठहराया है तथा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। उन्होंने आरोप लगाए हैं कि ड्यूटी पर तैनात डाॅक्टर खुद उनकी बेटी की डिलीवरी करवाने नहीं आए और नए प्रशिक्षु डाॅक्टरों को डिलीवरी करवाने भेज दिया, जिससे बच्चे की जान चली गई। प्रसूता महिला के परिजनों ने ये भी आरोप लगाए कि करीब डेढ़ साल पहले भी इसी काॅलेज के डाॅक्टरों की कथित लापरवाही की वजह से उनकी बेटी का मिसकैरेज हुआ था।
मीरा देवी पत्नी अशोक कुमार निवासी टिक्कर डाकघर री तहसील सुजानपुर जिला हमीरपुर ने इस घटना की शिकायत सदर पुलिस को भी दी है। शिकायतकर्त्ता ने शिकायत में बताया है कि उसकी बहू शबनम पत्नी विशाल को डिलीवरी के चलते 24 दिसम्बर को भर्ती करवाया गया था। इस दौरान शबनम के सभी जरूरी टैस्टों में मां और बच्चे की रिपोर्ट बिल्कुल नाॅर्मल आई थी। 27 दिसम्बर को भी टैस्ट रिपोर्ट नॉर्मल बताई गई, परन्तु दोपहर को शबनम की हालत खराब हो गई। डाॅक्टरों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को इस बारे में अवगत भी करवाया गया, परन्तु उन्होंने इसे हल्के में लिया। कुछ घंटों तक उनकी बेटी दर्द से कराहती रही और डिलीवरी के बाद उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों ने उन्हें बताया कि बच्चे की धड़कन बंद है।
आरोप : रिपोर्ट नाॅर्मल थी तो बच्चे की मौत कैसे हुई
परिजनों ने आरोप लगाए कि जब सभी रिपोर्ट्स नाॅर्मल थीं तो बच्चे की मौत कैसे हुई। उन्होंने बच्चे की मौत के लिए तैनात डाक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों को कसूरवार ठहराया है। शबनम के पिता अशोक कुमार निवासी कलंझड़ी ने बताया कि जब बच्चे की मौत के बारे में डाक्टर से पूछा गया तो उन्होंने सॉरी कह कर पल्ला झाड़ लिया। उन्होंने कहा कि अब डाक्टर द्वारा बरती गई कथित लापरवाही और बाद में सॉरी बोल देने से उनका बच्चा वापस नहीं आएगा।
पोस्टमार्टम करने में भी की आनाकानी
पीड़ित महिला के पति विशाल और अन्य परिजनों अशोक कुमार, वीना देवी व कौशल्या देवी ने आरोप लगाए कि बच्चे का पोस्टमार्टम करवाने के लिए भी कालेज प्रशासन द्वारा आनाकानी की गई। शुक्रवार शाम से वे पोस्टमार्टम करवाने के लिए अधिकारियों के चक्कर काटते रहे, परन्तु शनिवार दोपहर करीब 2 बजे के उपरांत डाक्टरों ने पोस्टमार्टम करने की जहमत उठाई। उन्होंने कहा कि सरकार से न्याय नहीं मिला तो वे कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
छुट्टी के चलते पोस्टमार्टम करने में देरी हो गई : डाॅ. रमेश भारती
इसके बारे में मैडीकल कालेज के प्राचार्य डाॅ. रमेश भारती ने बताया कि इस घटना की उन्हें शुक्रवार शाम को जानकारी मिली थी। उन्होंने बताया कि डाक्टरों ने उन्हें बताया कि डिलीवरी के समय बच्चा रोया नहीं और उसे सांस नहीं आ रही थी। डाक्टर द्वारा सीपीआर और अन्य हर उपचार देने के उपरांत भी बच्चा नहीं बच सका। उन्होंने बताया कि परिजनों के कहने पर पुलिस को सूचित करके पोस्टमार्टम करवाया गया है। उन्होंने बताया कि कालेज के अलग-अलग 4 विभागीय डाक्टरों की टीम के समक्ष पोस्टमार्टम करवाया गया है। छुट्टी होने के चलते पोस्टमार्टम में कुछ देरी हो गई होगी।
शिकायत मिली है, पोस्टमार्टम करवाया गया है : एसपी
इसके बारे में हमीरपुर के एसपी भगत सिंह ठाकुर ने बताया कि इसकी शिकायत उन्हें प्राप्त हुई है। शनिवार को बच्चे का पोस्टमार्टम करवाया गया है। रिपोर्ट मिलने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।
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