Edited By Jyoti M, Updated: 27 Apr, 2025 12:58 PM

उपमंडल करसोग के तहत नांज के गांव गलु में जंगल किनारे जिस समय तेंदुआ बकरी को शिकार बनाने के लिए घात लगाए बैठा था ठीक उसी समय वहां एक महिला गुजर रही थी। जैसे ही तेंदुआ बकरी पर झपटा तो महिला भी चपेट में आ गई। महिला के चिलाने पर बकरी चरा रहा चारागाह...
करसोग (धर्मवीर गौतम): उपमंडल करसोग के तहत नांज के गांव गलु में जंगल किनारे जिस समय तेंदुआ बकरी को शिकार बनाने के लिए घात लगाए बैठा था ठीक उसी समय वहां एक महिला गुजर रही थी। जैसे ही तेंदुआ बकरी पर झपटा तो महिला भी चपेट में आ गई। महिला के चिलाने पर बकरी चरा रहा चरवाहा महिला को बचाने के लिए दौड़ा। जिसके बाद शोर सुनकर गांव के लोग भी आ गए और महिला को तेंदुए से बचा लिया।
वहीं तेंदुआ भी हड़बड़ाहट में भाग खड़ा हुआ। इस दौरान महिला के चेहरे पर तेंदुए के पंजे से खरोंच लगने से महिला घायल हो गई। महिला को स्थानीय लोगो ने पालकी पर उठाकर सड़क तक पहुंचाया और प्राथमिक उपचार के लिए नागरिक चकित्सालय करसोग लाया गया जहां पर महिला का उपचार चल रहा है। महिला नांज चोआ की रहने वाली है, महिला अपने मायके गलु से घर लौट रही थी।
महिला बुद्धि देवी (63) पत्नी सोमकृष्ण निवासी गांव चोआ डाकघर नांज करसोग की रहने वाली है। मामले की पुष्टि वन मंडल खंड अधिकारी करसोग कृष्ण बाग नेगी ने की। उन्होंने कहा कि उक्त जंगल में तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगा दिया गया है जबकि घायल महिला के उपचार के लिए विभाग द्वारा पूरी सहायता प्रदान की जाएगी।
ग्रामीणों ने की गलु गांव के लिए सड़क की मांग
नांज के गलू गांव के साथ महिला को उपचार के लिए लगभग दो किलोमीटर पालकी पर सड़क तक पहुंचना पड़ा जिसके कारण घायल महिला के जख्म से खून अधिक बह गया। स्थानीय ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन से गलु गांव तक सड़क सुविधा की मांग की है। ग्रामीणों ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर गुहार लगाई है, उनका कहना है कि जब भी गलु गांव में कोई व्यक्ति बीमार होता है तो पालकी पर अस्पताल पहुंचाना पड़ता है ।