Edited By Vijay, Updated: 04 Sep, 2025 09:53 PM

मंडी जिले के करसोग उपमंडल में प्रशासन की तत्परता और समन्वय ने बारिश और भूस्खलन के कारण सड़क बंद होने के बावजूद एक गर्भवती महिला की जान बचाई है।
मंडी(रजनीश): मंडी जिले के करसोग उपमंडल में प्रशासन की तत्परता और समन्वय ने बारिश और भूस्खलन के कारण सड़क बंद होने के बावजूद एक गर्भवती महिला की जान बचाई है। यह घटना थुनाग उपमंडल के छतरी गांव की है, जहां की 21 वर्षीय अभिलाषा की अचानक तबीयत बिगड़ने पर उसे तुरंत अस्पताल ले जाने की जरूरत पड़ी। बुधवार देर शाम 9 माह की गर्भवती अभिलाषा को खून की उल्टियां होने लगीं, जिससे उसके परिजन घबरा गए। उन्होंने जैसे-तैसे उसे घर से 1.5 किलोमीटर पैदल चलकर सड़क तक पहुंचाया और गाड़ी से करसोग अस्पताल के लिए रवाना हुए, लेकिन रास्ते में खंडारगली नामक स्थान पर भूस्खलन के कारण सड़क पूरी तरह से बंद हो गई। रात के लगभग 9 बजे परिजनों ने एसडीएम करसोग गौरव महाजन को फोन पर सूचित किया, जिसके बाद उन्होंने बीएमओ करसोग और लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।
बीएमओ करसोग ने स्थानीय आशा वर्कर को प्राथमिक उपचार के लिए भेजा और करसोग अस्पताल से एक एम्बुलैंस और स्वास्थ्य टीम को मौके पर रवाना किया। बीएमओ डा. गोपाल चौहान खुद लगातार मरीज के परिजनों के संपर्क में रहे और बचाव दल को मार्गदर्शन देते रहे। जब तक सड़क ठीक नहीं हुई, तब तक महिला को पास के एक घर में रखकर प्राथमिक उपचार दिया गया। उसके बाद लोक निर्माण विभाग ने भी तुरंत जेसीबी से बुधवार रात लगभग 12 बजे सड़क को पैदल चलने योग्य बनाया। इसके बाद गर्भवती महिला को एम्बुलैंस से करसोग अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पहले से ही आपातकालीन स्थिति के लिए सभी तैयारियां कर ली गई थीं। वीरवार सुबह बेहतर इलाज के लिए उसे शिमला रैफर कर दिया गया। एसडीएम गौरव महाजन ने बताया कि अब महिला पूरी तरह से सुरक्षित है और स्वास्थ्य लाभ ले रही है।