Edited By Kuldeep, Updated: 08 Dec, 2024 07:31 PM
मनाली व रोहतांग दर्रे सहित लाहौल के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात हुआ है। रविवार सुबह से ही मनाली व लाहौल घाटी में बादल छा गए। दोपहर बाद रोहतांग सहित बारालाचा, शिंकुला व कुंजुंम दर्रे में बर्फ के फाहे गिरने का दौरा शुरू हो गया। दोपहर बाद लाहौल के...
मनाली (सोनू): मनाली व रोहतांग दर्रे सहित लाहौल के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात हुआ है। रविवार सुबह से ही मनाली व लाहौल घाटी में बादल छा गए। दोपहर बाद रोहतांग सहित बारालाचा, शिंकुला व कुंजुंम दर्रे में बर्फ के फाहे गिरने का दौरा शुरू हो गया। दोपहर बाद लाहौल के ग्रामीण क्षेत्रों में भी बर्फ के फाहे गिरने शुरू हुए। लाहौल में दारचा से आगे गए सभी पर्यटक बर्फ में फंस गए।
हालात खराब होते देख लाहौल-स्पीति पुलिस ने पर्यटकों को जिंगजिंगबार से वापस भेजना शुरू किया। बर्फ के फाहों के कारण सड़क फिसलन भरी हो गई, जिस कारण बाहरी राज्यों के वाहन चालक सही ढंग से गाड़ी नहीं चला पाए। जिंगजिंगबार से अटल टनल तक 5 जगह वाहन स्किड हुए। कुछ वाहन एक-दूसरे से भी टकराए। दारचा सहित अटल टनल के नॉर्थ पोर्टल में पर्यटकों को रैस्क्यू किया गया। लाहौल घाटी में फंसे पर्यटकों को रैस्क्यू करने का अभियान जारी है। जिस्पा दारचा में महाराष्ट्र के लगभग 30 पर्यटकों को लाहौल के जिस्पा में ठहराया गया है। सिस्सू से 100 से अधिक पर्यटक वाहनों को मनाली भेजा गया है।
रविवार सुबह ही जिला लाहौल-स्पीति और कुल्लू में मौसम ने करवट बदली। 13,050 फुट ऊंचे रोहतांग दर्रे, बारालाचा, कोकसर, सिस्सू, दारचा, जिस्पा व कुंजुंम दर्रे सहित ऊंची चोटियों में हल्की बर्फबारी हुई। मनाली के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में दोपहर बाद हल्की बूंदाबांदी हुई। एसपी लाहौल-स्पीति मयंक चौधरी ने बताया कि सभी पर्यटकों का रैस्क्यू कर लिया गया है। अधिकतर पर्यटक मनाली भेज दिए गए हैं, जबकि कुछेक पर्यटकों को सुरक्षित जिस्पा के होम स्टे में ठहराया गया है। पर्यटकों से आग्रह है कि मौसम के हालात देखकर ही सफर करें।