Edited By Jyoti M, Updated: 18 Aug, 2025 11:21 AM

हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश ने कहर बरपाया हुआ है। इस बारिश से जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है, जिससे सामान्य जीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। सबसे ज्यादा असर सड़कों पर देखने को मिल रहा है। चंडीगढ़-मनाली फोरलेन, हिमाचल की एक प्रमुख सड़क,...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश ने कहर बरपाया हुआ है। इस बारिश से जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है, जिससे सामान्य जीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। सबसे ज्यादा असर सड़कों पर देखने को मिल रहा है।
चंडीगढ़-मनाली फोरलेन, हिमाचल की एक प्रमुख सड़क, तीन अलग-अलग जगहों पर भूस्खलन के कारण बंद हो गई है। मंडी, औट, कैंची मोड़ और जोगणी माता के पास हुए भारी भूस्खलन से ये हाईवे पूरी तरह से ठप हो गया। जोगणी नाले का पानी भी फोरलेन पर बह रहा है, जिससे हालात और बिगड़ गए हैं। इस वजह से, सैकड़ों वाहन रात से ही फंसे हुए हैं। हालांकि, अब मौसम में सुधार हुआ है और धूप भी खिल गई है, जिससे उम्मीद है कि दोपहर तक सड़क को फिर से चालू कर दिया जाएगा।
इसी तरह, शिमला-करसोग के बीच की तत्तापानी रोड भी बंद हो गई है क्योंकि सतलुज नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। नदी के तेज बहाव से सड़क का बड़ा हिस्सा बह गया है और अब सिर्फ डेढ़ मीटर चौड़ा हिस्सा ही बचा है। शिमला में भी भूस्खलन की खबर है, जहां मलबे में दो गाड़ियां दब गई हैं।
जिला बिलासपुर में भी हालात गंभीर हैं। घुमारवीं के बाड़ी मझेड़वा में सुन्हानी-पनोल सड़क पूरी तरह से धंस गई है। वहीं, सदर विधानसभा क्षेत्र का मल्यावर इलाका भी बाकी दुनिया से कट गया है क्योंकि वहां भी सड़क पूरी तरह से धंस चुकी है। किरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर भी कई जगहों पर अभी भूस्खलन जारी है, इसलिए वाहन चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।