Edited By Jyoti M, Updated: 21 Oct, 2024 01:45 PM
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला मुख्यालय धर्मशाला के साथ लगते एक निजी स्कूल के नौवीं के दो छात्रों ने मिसाल कायम की है।
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला मुख्यालय धर्मशाला के साथ लगते एक निजी स्कूल के नौवीं के दो छात्रों ने मिसाल कायम की है। बता दें कि सुधेड़ के एक निजी स्कूल के नौवीं कक्षा के दो छात्रों अक्षित रतन और विनायक शर्मा ने बेकार पड़ी चीजों का इस्तेमाल कर हवा में उड़ने वाला ड्रोन तैयार कर दिया है।
छात्रों ने ड्रोन बनाने के लिए कबाड़ और 2500 रुपये खर्च कर इसे तैयार किया है। ड्रोन को तैयार करने के लिए छात्रों ने एसएमडी बोर्ड, वुडनबेस, चार प्रोपिलर्स, एलआई-पीओ बैटरी, चार्जिंग पोर्ट और एफपीवी कैमरे का इस्तेमाल किया है। ड्रोन में लगी एलईडी लाइट और बैटरी को छात्रों ने पुरानी पड़ी टाय कार से निकालकर लगाया।
छात्रों को ड्रोन शो में बनाने की प्रेरणा मिली
स्कूल के छात्र को चंडीगढ़ में एक ड्रोन शो में इसे बनाने को लेकर प्रेरणा मिली ओर फिर दोनों ने ड्रोन तैयार करने का सोचा। उन्होंने स्कूल के प्रिंसिपल नीलप्रीत राय के साथ इस प्रोजेक्ट को लेकर बात की।
इस ड्रोन को बनाने में स्कूल में ही तैनात कंप्यूटर टीचर अभय ने भी मार्गदर्शन किया। इसके बाद ड्रोन तैयार किया। छात्रों ने बताया कि अब उनका लक्ष्य इससे बड़ा ड्रोन बनाने का है, जिसे वे नवंबर माह तक तैयार कर लेंगे।
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