Edited By Jyoti M, Updated: 26 Dec, 2024 10:33 AM
पर्यटन नगरी मैक्लोडगंज में सुंदर देवदार के पेड़ों के बीच स्थित सेंट जॉन चर्च में क्रिसमस पर्व पर हजारों की संख्या में पहुंचे पर्यटकों व स्थानीय लोगों ने विश्व शांति के लिए प्रार्थना की। क्रिसमस पर्व पर पंजाब केसरी की टीम ने चर्च का दौरा किया।
धर्मशाला, (विवेक): पर्यटन नगरी मैक्लोडगंज में सुंदर देवदार के पेड़ों के बीच स्थित सेंट जॉन चर्च में क्रिसमस पर्व पर हजारों की संख्या में पहुंचे पर्यटकों व स्थानीय लोगों ने विश्व शांति के लिए प्रार्थना की। क्रिसमस पर्व पर पंजाब केसरी की टीम ने चर्च का दौरा किया। इस दौरान टीम ने पाया कि सुबह 10 बजे से ही बाहरी राज्यों सहित स्थानीय लोगों की गाड़ियां चर्च का रुख कर रही हैं। वहीं करीब 11 बजे चर्च पहुंचने पर पाया गया कि मैक्लोडगंज रोड के दोनों तरफ चर्च के सामने आने वाले पर्यटक व स्थानीय लोग अपने दोपहिया वाहनों व गाड़ियों को पार्क कर रहे हैं।
इसके साथ ही सड़क सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस जवानों की ओर से यातायात को लेकर व्यवस्था संभाली जा रही है। सुबह 11 बजे विशेष पूजा का आयोजन किया गया। इस दौरान पर्यटक चर्च पहुंचना शुरू हो गए। इसके बाद धीरे-धीरे चर्च में आने वाले लोगों की संख्या में इजाफा होते चला। चर्च के अंदर पर्यटक अपने बच्चों को सांता क्लॉज के कपड़े पहनाकर प्रवेश कर रहे हैं। कुछ लोग चर्च की सुंदर वादियों में उपस्थिति को अपने कैमरे में कैद कर रहे हैं। पर्यटक व स्थानीय लोग बैंड की धुनों का लुत्फ उठा रहे हैं।
दोपहर 12 बजे के बाद पर्यटकों व स्थानीय लोगों के आने की संख्या और बढ़ती गई, जबकि दोपहर 2 बजे तक पर्यटकों के आने का सिलसिला जारी रहा। हालांकि मैक्लोडगंज में वाहनों की आवाजाही के चलते हल्का जाम लगता रहा, जिसे पुलिस जवानों की ओर से नियंत्रित कर व्यवस्था सुचारू रखी गई।
व्हाइट क्रिसमस की आस से पर्यटक रहे खाली हाथ
मैक्लोडगंज में व्हाइट क्रिसमस का नजारा देखने आए पर्यटक खाली हाथ रहे। पंजाब से आए अर्शप्रीत, राजा, गुरनूर व ऋषभ ने बताया कि उन्होंने मैक्लोडगंज की खूबसूरती की बात सुनी थी, साथ ही यहां बर्फ गिरने के बाद सुंदर नजारे का जिक्र ही सुना था, लेकिन क्रिसमस पर वर्फवारी कानजारा देखने से वे अछूते ही रहे।
पर्यटन कारोबार को भी मिला बल
क्रिसमस पर मैक्लोडगंज में पर्यटन कारोबार से जुड़े कारोबारियों को भी काफी बल मिला। यहां पर्व केदौरान 70 फीसदी तक होटलों की बुकिंग रही। इसके साथ ही टैक्सी, रिक्शा व छोटे-बड़े कारोबारियों के लिएभी अच्छे आय के साधन उपलब्ध हुए।