Edited By Jyoti M, Updated: 11 Dec, 2024 11:22 AM
छावनी बोर्ड के विघटन के बाद नरवाणा खास पंचायत में मर्ज किए लोग इसी पंचायत में रहेंगे जबकि कस्बा वासियों के लिए अलग पंचायत बनेगी। यह प्रस्ताव पंचायत प्रधान सरिता देवी की अध्यक्षता में हुई पंचायत की ग्राम सभा की बैठक में पारित किया है।
धर्मशाला, (विवेक): छावनी बोर्ड के विघटन के बाद नरवाणा खास पंचायत में मर्ज किए लोग इसी पंचायत में रहेंगे जबकि कस्बा वासियों के लिए अलग पंचायत बनेगी। यह प्रस्ताव पंचायत प्रधान सरिता देवी की अध्यक्षता में हुई पंचायत की ग्राम सभा की बैठक में पारित किया है। प्रस्ताव के तहत सात वाडौँ वाली नरवाणा खास पंचायत को वैसे ही रखा जाएगा और इसमें मर्ज क्षेत्र को भी शामिल रहने दिया जाएगा। जबकि वार्ड एक से चार को कस्बा नाम से पंचायत बनाया जाएगा।
इस संबंध में यहां के बाशिंदों वृज लाल, सुदेश, राजेश, वीर चंद, राकेश, राजेंद्र, सुभाष, सुनील, सुनील सिंह व अन्य लोगों ने मांग उठाई थी। उन्होंने साफ किया था क्षेत्रफल के हिसाब और भौगोलिक स्थिति के चलते वार्ड एक से चार में विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। गौरतलब है कि छावनी बोर्ड के विघटन के बाद योल के बाशिंदों को चार पंचायतों रक्कड़, बाघनी, तंगरोटी और नरवाणा खास में मर्ज किया था।
इसमें रक्कड़, बाघनी और तंगरोटी पंचायतों की ओर से पहले ही ग्राम सभा की बैठकों में प्रस्ताव पारित कर मर्ज क्षेत्र की नई पंचायतें बनाने की हामी भर दी थी जबकि नरवाणा खास पंचायत में कोरम के अभाव में मामला लटक गया था, ग्राम पंचायत नरवाणा खास की प्रधान सरिता देवी ने बताया कि नरवाणा खास पंचायत में दो राजस्व गांव हैं। इनमें कस्बा और नरवाणा शामिल हैं। कोरम में लोगों की ओर से योल के मर्ज क्षेत्र को नरवाणा जबकि कस्बा को अलग पंचायत बनाने का प्रस्ताव पारित किया गया है।
बी.डी.ओ. धर्मशाला अभिनीत कात्यायन ने बताया कि नरवाणा खास पंचायत का प्रस्ताव आ गया है। इसमें कस्बा को अलग पंचायत बनाने का प्रस्ताव है, जबकि नरवाणा में योल के मर्ज क्षेत्र को रखने का प्रस्ताव है। अब योल की कितने पंचायतें बनेंगी ये अभी कहा नहीं जा सकता है। इस संबंध में प्रक्रिया जारी है।