Himachal: महिला तस्कर गिरफ्तार, नेपाल भागने की फिराक में थी, सोनू गैंग और अटवाल गैंग से जुड़े हैं तार

Edited By Jyoti M, Updated: 17 Apr, 2025 11:19 AM

himachal woman smuggler arrested was trying to flee to nepal

शिमला पुलिस ने चिट्टा तस्करी के एक बड़े मामले में महिला तस्कर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार महिला की पहचान आशा देवी के रूप में हुई है, जो मूल रूप से नेपाल की रहने वाली है। फिलहाल वह वार्ड नंबर 3, सुईभरा, डाकघर पिपलागे, तहसील भुंतर, जिला कुल्लू में...

हिमाचल डेस्क। शिमला पुलिस ने चिट्टा तस्करी के एक बड़े मामले में महिला तस्कर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार महिला की पहचान आशा देवी के रूप में हुई है, जो मूल रूप से नेपाल की रहने वाली है। फिलहाल वह वार्ड नंबर 3, सुईभरा, डाकघर पिपलागे, तहसील भुंतर, जिला कुल्लू में रह रही थी। आशा देवी नेपाल भागने की कोशिश में थी, लेकिन शिमला पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस की मदद से उसे बलरामपुर से गिरफ्तार कर लिया।

कैसे हुआ मामला उजागर?

पूरा मामला तब सामने आया जब 3 मार्च, 2025 को रामपुर पुलिस की डिटेक्शन टीम ने एक जोड़े को चिट्टा (हीरोइन) के साथ पकड़ा। पकड़े गए लोगों की पहचान सोहल लाल उर्फ सोनू और उसकी पत्नी गीता श्रेष्ठ के रूप में हुई। दोनों के पास से 26.68 ग्राम चिट्टा बरामद किया गया। पूछताछ और जांच में यह खुलासा हुआ कि यह एक अंतरराज्यीय नशा तस्कर गिरोह है, जो कुल्लू, मंडी और शिमला जिलों में सक्रिय है।

कौन-कौन हैं शामिल?

पुलिस की जांच में पता चला कि यह गिरोह सोनू गैंग और अटवाल गैंग से जुड़ा हुआ है। आशा देवी इस गैंग की मुख्य महिला तस्कर है। वह सोहन लाल (सोनू), गीता श्रेष्ठ, पूजा अटवाल और अर्शदीप सिंह अटवाल के साथ मिलकर नशा तस्करी का बड़ा रैकेट चला रही थी।

इस गिरोह में पंजाब से जुड़े कुछ सप्लायर भी शामिल हैं, जो पाकिस्तान बॉर्डर से सटे इलाके से चिट्टा सप्लाई करते थे। ये सप्लायर महीने में 3 से 4 बार चिट्टा हिमाचल भेजते थे।

पुलिस की कार्रवाई

अब तक पुलिस इस गिरोह से जुड़े कुल 33 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें से दो सप्लायर पंजाब के बॉर्डर एरिया से हैं। एसडीपीओ रामपुर ने एक विशेष टीम बनाकर सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) की मदद से आशा देवी की लोकेशन का पता लगाया। उसकी आखिरी लोकेशन दिल्ली में मिली थी, लेकिन वह नेपाल भागने की तैयारी में उत्तर प्रदेश के बलरामपुर पहुंच गई थी। शिमला पुलिस ने तुरंत बलरामपुर पुलिस अधीक्षक विकास कुमार से संपर्क किया और फिर वहां से आशा देवी को गिरफ्तार किया गया।

पैसों का लेनदेन और गिरोह की गहराई

जांच में यह भी सामने आया कि आशा देवी और गिरोह के अन्य सदस्यों के बीच लाखों रुपये का लेनदेन हुआ है। आशा देवी पिछले कई सालों से इस अवैध कारोबार में सक्रिय थी और अर्शदीप तथा पूजा अटवाल से सीधा संपर्क रखती थी। आशा देवी की गिरफ्तारी के बाद अब कुल्लू जिले में सोनू गैंग का नशे का रैकेट लगभग खत्म हो गया है। पुलिस की नजर अब बाकी बचे कुछ आरोपियों पर है।

एसपी शिमला का बयान

एसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया कि आशा देवी की गिरफ्तारी से पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि यह गिरोह लंबे समय से तीन जिलों में सक्रिय था और पुलिस लगातार इस पर नज़र रख रही थी। उन्होंने यह भी कहा कि नशा तस्करों के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। 
 

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