Edited By Jyoti M, Updated: 30 Nov, 2024 05:02 PM
हिमाचल प्रदेश सरकार, प्रदेश को ग्रीन और समृद्ध राज्य बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। सरकार का दावा है कि वह राज्य को 2027 तक आत्मनिर्भर और 2032 तक देश का सबसे समृद्धशाली राज्य बनाने की दिशा में कार्य कर रही है, जिसके लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश सरकार, प्रदेश को ग्रीन और समृद्ध राज्य बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। सरकार का दावा है कि वह राज्य को 2027 तक आत्मनिर्भर और 2032 तक देश का सबसे समृद्धशाली राज्य बनाने की दिशा में कार्य कर रही है, जिसके लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।
इससे अलावा प्रदेश के युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने और लघु एवं सूक्ष्म उद्योग स्थापित करने की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है, ताकि युवा आत्मनिर्भर बनकर प्रदेश की आर्थिकी को सुदृढ़ करने में अपना योगदान दे सकें। युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित किए जा रहे हैं।
युवाओं को दी जा रही ड्रोन तकनीक आधारित शिक्षा
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि ड्रोन तकनीक आधारित सेवाएं महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। ड्रोन तकनीक के माध्यम से प्रदेश में लगभग 15 हजार युवाओं को रोजगार के अवसर सृजित किए जा रहे हैं। इसके अलावा सोलर एनर्जी के माध्यम से भी प्रदेश में लगभग तीन हजार से अधिक युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित किए जा रहे हैं। प्रदेश में घरों की छतों पर लगभग 16 लाख सोलर रूफटॉप लगाए जाएंगे।
हिमाचल प्रदेश में ई-व्हीकल्स को प्राथमिकता दी जा रही है, ताकि प्रदूषण को कम किया जा सके. वहीं, 680 करोड़ रुपये की राजीव गांधी स्टार्ट-अप योजना शुरू की गई है. इसके अंतर्गत ई-टैक्सी खरीदने और निजी भूमि पर सोलर पैनल लगाने के लिए 50 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है ।