Edited By Jyoti M, Updated: 27 Dec, 2025 03:32 PM

हमीरपुर जिले के भोरंज क्षेत्र से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां शादी के महज एक साल बाद ही एक युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में जान चली गई। यह मामला अब एक बड़े जनाक्रोश में बदल चुका है, जिसमें न्याय की मांग को लेकर परिजनों ने एनएच-103 पर चक्का...
हिमाचल डेस्क। हमीरपुर जिले के भोरंज क्षेत्र से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां शादी के महज एक साल बाद ही एक युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में जान चली गई। यह मामला अब एक बड़े जनाक्रोश में बदल चुका है, जिसमें न्याय की मांग को लेकर परिजनों ने एनएच-103 पर चक्का जाम कर दिया।
विवाह के एक वर्ष बाद उजड़ा संसार
चंबोह गांव की 23 वर्षीय शिवानी (रीतू) की मौत ने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि एक साल पहले ही वीरेंद्र के साथ उसका विवाह हुआ था, लेकिन खुशियों भरे इस रिश्ते का अंत अस्पताल की चौखट पर हुआ। जब शिवानी की तबीयत बिगड़ी, तो उसे भोरंज से हमीरपुर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शुरुआती अंदेशा किसी जहरीले पदार्थ के सेवन का लगाया जा रहा है।
अस्पताल में भारी हंगामा और ससुराल पक्ष पर आरोप
जैसे ही यह खबर शिवानी के मायके वालों तक पहुँची, मेडिकल कॉलेज परिसर में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। मायका पक्ष का आरोप है कि उनकी बेटी को ससुराल में लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था। स्थिति तब और बिगड़ गई जब मायका पक्ष ने आरोप लगाया कि ससुराल वाले अस्पताल से चुपके से निकल गए। इसके बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने अस्पताल परिसर में जमकर नारेबाजी की।
"जब तक गिरफ्तारी नहीं, तब तक अंतिम संस्कार नहीं"
न्याय की मांग को लेकर शिवानी के परिजनों ने शिमला-मटौर नेशनल हाईवे को पूरी तरह बाधित कर दिया। करीब आधे घंटे तक चले इस चक्का जाम के कारण वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। प्रदर्शनकारियों का साफ कहना था कि जब तक आरोपी ससुराल पक्ष की गिरफ्तारी नहीं होती, वे बेटी का शव नहीं उठाएंगे। पुलिस प्रशासन के काफी समझाने-बुझाने के बाद जाम खोला जा सका, हालांकि परिजन अब भी न्याय के इंतजार में डटे हुए हैं।
पुलिस की कार्रवाई और दर्ज मामले
पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए शिवानी के पति, सास, ससुर और देवर के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने (Abetment to Suicide) की धाराओं के तहत प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर ली है।
मुख्य आरोप:
आर्थिक प्रताड़ना: शिकायतकर्ता सुरेंद्र कुमार के अनुसार, शिवानी की पढ़ाई और घर के खर्चों को लेकर उसे मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया जाता था।
धमकियां: आरोप है कि पति उसे फोन पर लगातार धमकियां देता था, जिससे वह गहरे तनाव में थी।
एसपी बलवीर सिंह ने पुष्टि की है कि पुलिस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है और आरोपियों के विरुद्ध कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।