Edited By Jyoti M, Updated: 17 Nov, 2024 12:03 PM
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर, कांगड़ा और बिलासपुर जिलों में इस मौसम में प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू हो चुका है। रेणुका झील (सिरमौर), पौंग डेम (कांगड़ा) और गोबिंद सागर झील (बिलासपुर) में प्रवासी पक्षियों पहुंचने लगे हैं।
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर, कांगड़ा और बिलासपुर जिलों में इस मौसम में प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू हो चुका है। रेणुका झील (सिरमौर), पौंग डेम (कांगड़ा) और गोबिंद सागर झील (बिलासपुर) में प्रवासी पक्षियों पहुंचने लगे हैं।
हालांकि, इस समय के दौरान बर्ड फ्लू (Avian Influenza) फैलने की आशंका रहती है, जिससे राज्य का पशुपालन विभाग सतर्क हो गया है।
पशुपालन विभाग ने जारी किया अलर्ट
पशुपालन विभाग ने बर्ड फ्लू के फैलने की संभावना को लेकर अलर्ट जारी किया है और खंड एवं जिला स्तर पर रैपिड एक्शन टीमों का गठन किया है। ये टीमें पोल्ट्री फार्मों से सैंपल लेकर वायरस की जांच कर रही हैं।
अब तक जिला सोलन से 60 सैंपल लिए जा चुके हैं, जिन्हें जांच के लिए हाई सिक्योरिटी लैब भोपाल भेजा गया है। विभाग को जल्द ही रिपोर्ट मिलने की उम्मीद है।
सुरक्षा के किए गए इंतजाम
हालांकि, अब तक बर्ड फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है, फिर भी विभाग सुरक्षा की दृष्टि से एहतियाती कदम उठा रहा है। पशुपालन विभाग ने लोगों से अपील की है कि यदि वे किसी पक्षी की प्राकृतिक मौत देखें, तो तुरंत इसकी सूचना विभाग को दें, ताकि स्थिति पर नियंत्रण रखा जा सके।
बर्ड फ्लू का खतरा इंसानों तक पहुंच सकता है
डॉ. विवेक लांबा, उपनिदेशक, पशुपालन विभाग जिला सोलन ने कहा कि बर्ड फ्लू केवल पक्षियों के लिए ही खतरनाक नहीं होता, बल्कि यह वायरस इंसानों के लिए भी घातक हो सकता है। पशुपालन विभाग ने बर्ड फ्लू के फैलने की संभावना को लेकर जिला सोलन में भी अलर्ट जारी किया है। विभाग ने बड़े पोल्ट्री फार्मों से भी सैंपल एकत्र करने का काम शुरू कर दिया है और सुरक्षा की सभी पुख्ता तैयारियां की हैं।
सावधानी बरतें, स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करें
इस समय पक्षियों के साथ-साथ अन्य जानवरों में भी वायरस का संक्रमण फैलने की संभावना रहती है, इसलिए जनता से अनुरोध है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध स्थिति को तुरंत विभाग तक पहुंचाएं।