Edited By Vijay, Updated: 07 Jun, 2025 02:52 PM

कांगड़ा जिले में साइबर क्राइम से जुड़ा एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें एक पूर्व सरकारी अधिकारी ऑनलाइन निवेश के झांसे में आकर अपने खून-पसीने की कमाई गंवा बैठा।
धर्मशाला (ब्यूरो): कांगड़ा जिले में साइबर क्राइम से जुड़ा एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें एक पूर्व सरकारी अधिकारी ऑनलाइन निवेश के झांसे में आकर अपने खून-पसीने की कमाई गंवा बैठा। साइबर ठगों ने उससे करीब एक करोड़ रुपए की ठगी काे अंजाम दे डाला है। यह मामला कांगड़ा जिला के धर्मशाला के साथ लगते सिद्धपुर फतेहपुर क्षेत्र का है, जहां यह अधिकारी अपनी ससुराल में रह रहा है।
जानकारी के अनुसार पीड़ित पूर्व अधिकारी को व्हाट्सएप के माध्यम से एक ऑनलाइन निवेश योजना से जुड़ा लिंक भेजा गया, जिसमें भारी मुनाफे का दावा किया गया था। शुरूआत में शातिरों ने करीब दो लाख रुपए का नकली मुनाफा दिखाकर उसका विश्वास जीत लिया। इसके बाद उन्होंने धीरे-धीरे पीड़ित से कई किस्तों में बड़ी राशि विभिन्न बैंक खातों में जमा करवा ली।
पीड़ित का विश्वास पूरी तरह जीतने के बाद शातिरों ने उसे तीन करोड़ रुपए का लाभ होने का झांसा दिया और इस बहाने उससे 94 लाख 30 हजार रुपये की राशि विभिन्न खातों में ट्रांसफर करवा ली। यह पूरी प्रक्रिया बीते एक महीने के भीतर हुई। हालांकि, इसके बाद जब पीड़ित को कोई भी लाभ नहीं मिला और संपर्क भी टूट गया, तो उसे ठगी का एहसास हुआ। पीड़ित अधिकारी ने तुरंत साइबर क्राइम थाना नॉर्थ जोन धर्मशाला में शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इस बारे में एएसपी साइबर क्राइम थाना उत्तर जोन धर्मशाला प्रवीन धीमान ने पुष्टि करते हुए बताया कि शिकायतकर्ता राजस्थान का निवासी है और फिलहाल धर्मशाला के पास सिद्धपुर फतेहपुर क्षेत्र में रह रहा था। उन्होंने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है और ठगों की पहचान करने के लिए डिजिटल साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी अनजान व्यक्ति या प्लेटफॉर्म द्वारा भेजे गए निवेश के ऑफर या लिंक पर भरोसा न करें और कोई भी आर्थिक लेन-देन करने से पहले उसकी पुष्टि अवश्य करें। साइबर ठगी के मामलों से सतर्क रहना ही सबसे बड़ा बचाव है।
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