Edited By Vijay, Updated: 23 Nov, 2023 09:39 PM

पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि उन चुनावी वायदों पर पूरी तरह से रोक लगनी चाहिए जो मतदाता को भ्रमित करने के लिए चुनाव के दौरान या घोषणा पत्र में राजनीतिक दलों द्वारा किए जाते हैं। ऊना पहुंचे धूमल पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे...
ऊना (सुरेन्द्र): पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि उन चुनावी वायदों पर पूरी तरह से रोक लगनी चाहिए जो मतदाता को भ्रमित करने के लिए चुनाव के दौरान या घोषणा पत्र में राजनीतिक दलों द्वारा किए जाते हैं। ऊना पहुंचे धूमल पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि इस पर चाहे चुनाव आयोग, सुप्रीम कोर्ट या सरकार कोई कानून बनाए कि जो वायदे पूरे करने संभव ही नहीं हैं उन वायदों को करने की अनुमति ही न हो। धूमल ने कहा कि जो पार्टी ऐसी घोषणा करे तो उससे पूछा जाए कि उसके पास इसके लिए संसाधन क्या हैं। चाहे कोई पार्टी विपक्ष में हो या सत्ता में, हर किसी को पता होता है कि प्रदेश या देश की आर्थिक स्थिति क्या है। एक प्रदेश ने 5 वर्ष पहले 2 रुपए किलो गोबर लेने का वायदा किया गया था। वह कितना खरीदा गया और उसमें भी घोटाला हुआ। ऐसी चर्चाएं मीडिया में होती रहीं।
...तो लोकतंत्र से खत्म हो जाएगा मतदाता का विश्वास
धूमल ने कहा कि जब कर्मचारी को डीए नहीं दे सकते, समय पर कर्मचारी को वेतन नहीं दे सकते, पैंशनर्ज को पैंशन नहीं मिलती और वायदा करते हैं कि प्रत्येक परिवार को साल का इतना हजार रुपए देंगे। हर महिला को 1500 रुपए महीने का देंगे। फिर कहना कि वायदा 5 वर्ष के लिए किया था। वास्तव में लोकतंत्र का अमूल्यन हो रहा है। पैसे के लालच में इसी प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने एक बार लोगों का रजिस्टर बनाया कि हर घर से एक व्यक्ति को रोजगार देंगे, दूसरी बार बेरोजगारी भत्ता देने का ऐलान किया। जब विधानसभा में पूछा कि कितने बेरोजगारों को यह भत्ता दिया गया तो सीएम ने कहा कि जब पैसे ही नहीं तो कहां से देना था। चुनाव के वक्त लोगों को गुमराह करके वोट लेना, विश्वास प्राप्त कर लेना, इसके परिणाम काफी गंभीर होंगे। यदि इसी प्रकार मतदाता से विश्वासघात होता रहा तो उसका विश्वास लोकतंत्र से खत्म हो जाएगा।
केंद्र ने हिमाचल को 11 हजार घर, सड़कों के लिए दिए 2700 करोड़ रुपए
एक सवाल के जवाब में प्रो. धूमल ने कहा कि केंद्र सरकार ने हिमाचल को 11 हजार घर दिए, 2700 करोड़ रुपए सड़कों के लिए दिए, विभिन्न मदों में अलग-अलग पैसे आ रहे हैं। अब किसी को अपेक्षा हो कि केंद्र 10-12 हजार करोड़ वैसे ही कैश दे दे और यह लोगों को बांट दें तो ऐसे केंद्र से पैसे कभी नहीं आते। योजनाओं के तहत प्रोजैक्ट बनाकर देने पड़ते हैं। जब ये प्रोजैक्ट स्वीकार होते हैं तो उनके तहत पैसे दिए जाते हैं। तथ्य क्या है यह सरकार बताए। अपने चहेतों को लाभान्वित किया जा रहा है।
मोदी का प्रधानमंत्री होना देश की आवश्यकता
धूमल ने लोकसभा चुनावों के संदर्भ में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि चुनाव हमेशा कार्यकत्र्ता ही जिताता है। सभी कार्यकत्र्ताओं को एकजुट होकर काम करना होगा। मोदी का प्रधानमंत्री होना देश की आवश्यकता है। पूरे विश्व में उनके मुकाबले का कोई नेता नहीं है। प्रदेश में पिछले चुनावों में भी प्वाइंट 9 प्रतिशत का ही फर्क था। पिछले चुनावों में हार को लेकर संगठन में चर्चा हुई है और संगठन उचित समय पर सही कदम उठाएगा।
दूसरी सरकार को दोष देना बन गया है रिवाज
धूमल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। दूसरी सरकार को दोष देना अब एक रिवाज बन गया है। वास्तविक स्थिति तब तक ठीक नहीं होगी जब तक सत्ता में रहने वाली सरकार संसाधन जुटाने का प्रयास नहीं करेगी और फिजूलखर्ची पर प्रतिबंध नहीं लगेगा। आज स्थिति यह है कि लिए गए कर्ज का जो ब्याज वापस करना होता है उसके लिए भी कर्ज लिया जा रहा है। कर्मचारियों के एरियर अभी देने को हैं। उन्होंने कहा कि हमने कर्मचारियों को सब कुछ दिया था। जब भाजपा सत्ता में थी तो हमने चौथा व 5वां वेतन आयोग लागू किया था। कर्मचारियों को इतनी अंतरिम राहत दी थी कि कई कर्मचारियों का जितना बनता था उससे ज्यादा उन्हें मिल गया था। इसके बाद हमने कहा कि जो क्लास थ्री व फोर कर्मचारी हैं उनसे इकट्ठा नहीं बल्कि थोड़ा-थोड़ा आसान किस्तों में रिकवर किया जाए। उन्होंने कहा कि उस समय संसाधन तो वही थे। फिजूलखर्ची पर काबू किया गया। विकास कार्य भी किया गया और 5 साल में 85 अवार्ड हिमाचल को मिले।
धूमल और मुकेश के बीच हुई शिष्टाचार भेंट
पूर्व उपमुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल व डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री के बीच वीरवार को स्थानीय विश्रामगृह में शिष्टाचार भेंट हुई। पूर्व मुख्यमंत्री अपने रिश्तेदारी में शादी के चलते ऊना पहुंचे थे। वह विश्रामगृह ऊना के वीआईपी 16 नम्बर रूम में रुके थे और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री भी साथ में बने नए सर्किट हाऊस में रुके थे। जब मुकेश अग्निहोत्री को पूर्व मुख्यमंत्री के आने की जानकारी मिली तो वह उनसे मिलने उनके कमरे में पहुंचे। दोनों नेताओं के बीच पारिवारिक बातचीत हुई और उनका कुशलक्षेम पूछा। डिप्टी सीएम ने कहा कि यह शिष्टाचार भेंट थी। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल हमारे जिला में आए हैं और संयोग से मैं यहीं था। प्रो. धूमल से मिलना ऊर्जा भरा रहता है। उनका मार्गदर्शन भी मिलता है।
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