Kullu: माता हिडिम्बा के आदेश पर 18 साल बाद नग्गर में हाेने जा रही 'देव संसद', मानव जाति पर विपदा को टालने का हाेगा फैसला

Edited By Vijay, Updated: 16 Oct, 2025 07:28 PM

dev sansad

अंतर्राष्ट्रीय दशहरा उत्सव के दौरान माता हिडिम्बा द्वारा भविष्य में समय अच्छा नहीं दिखने को लेकर देव संसद बुलाने के आदेश दिए थे। माता के आदेश पर 31 अक्तूबर को नग्गर स्थित जगती पट के पास देव संसद (बड़ी जगती) का आयोजन होगा।

कुल्लू: अंतर्राष्ट्रीय दशहरा उत्सव के दौरान माता हिडिम्बा द्वारा भविष्य में समय अच्छा नहीं दिखने को लेकर देव संसद बुलाने के आदेश दिए थे। माता के आदेश पर 31 अक्तूबर को नग्गर स्थित जगती पट के पास देव संसद (बड़ी जगती) का आयोजन होगा। इस देव संसद में 300 से अधिक देवी-देवताओं के देवालयों से देव औजार लेकर देवलू नग्गर आएंगे। यह बड़ी जगती होगी, जो जिला कुल्लू में 18 वर्ष के बाद हो रही है। इससे पहले हिमालयन स्की विलेज को लेकर वर्ष 2007 में देव संसद का आयोजन हुआ था। तब देव संसद में देवी-देवताओं ने स्की विलेज प्रोजैक्ट को स्थापित न करने के आदेश दिए थे। उसके बाद कंपनी को अपना सामान समेट कर वापस लौटना पड़ा था। हालांकि 5 वर्ष पहले कुल्लू में दशहरा उत्सव के बाद देव आदेश पर रघुनाथ जी के मंदिर में जगती का आयोजन हुआ था। नग्गर में होने वाली देव संसद को बड़ी जगती कहा जाता है।

मनुष्य हठधर्मी छोड़ दे, समय अच्छा नहीं दिख रहा
देवलुओं का कहना है कि दशहरा उत्सव के दौरान माता हिडिम्बा ने जगती यानी देव संसद का आयोजन करने के आदेश दिए हैं। माता ने साफतौर पर कहा है कि मनुष्य हठधर्मी छोड़ दे। आने वाला समय अच्छा नहीं दिख रहा है। इसके निवारण के लिए देव संसद बुलाई जाए। मानव जाति पर विपदा को टालने के लिए 31 अक्तूबर को नग्गर में देव संसद का आगाज होगा। उसमें देवी-दवताओं के गुर, पुजारी व कारकून देव औजारों के साथ पहुंचेंगे। रघुनाथ जी के छड़ीबरदार महेश्वर सिंह और कारदार दानवेंद्र सिंह सभी देव कारकूनों के समक्ष पूछ डालकर विपत्ति को टालने के लिए समाधान का अनुरोध करेंगे। इस देव कारज में बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहेंगे।

जब देव स्थल को किया था अपवित्र
5 वर्ष पहले ढालपुर में देवता के बैठने के स्थान को अपवित्र किया गया था। इसके बाद दशहरा उत्सव से वापस लौटे देवता नाग धुंबल फिर से ढालपुर पहुंचे। प्रशासन ने देवता के स्थान को अपवित्र किए जाने पर माफी मांगी थी। कुछ अन्य त्रुटियों को लेकर भी देवता ने नाराजगी जताई थी। उसके बाद सुल्तानपुर में जगती हुई और ढालपुर में दशहरा उत्सव के दौरान बिजली महादेव की अगुवाई में कुश्टु काहिका का आयोजन हुआ। उसके जरिए ढालपुर मैदान की शुद्धि की गई।

क्या कहते हैं देवी-देवता कारदार संघ कुल्लू के अध्यक्ष
देवी-देवता कारदार संघ कुल्लू के अध्यक्ष दोत राम ठाकुर ने बताया कि नग्गर में 31 अक्तूबर को बड़ी जगती का आयोजन होगा। इसके लिए 300 से अधिक देवी-देवताओं के औजार आएंगे। राज परिवार की ओर से देवताओं को देव संसद के लिए आमंत्रित किया जाएगा।

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