Edited By Kuldeep, Updated: 16 Dec, 2024 10:26 PM
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि स्कूलों व कालेजों में नियमित अध्यापक के छुट्टी पर जाने पर योग्य अध्यापकों की सेवाएं ली जाएंगी।
शिमला (अभिषेक): मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि स्कूलों व कालेजों में नियमित अध्यापक के छुट्टी पर जाने पर योग्य अध्यापकों की सेवाएं ली जाएंगी। सोमवार को शिक्षा विभाग की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने गैस्ट टीचर नीति पर चर्चा करते हुए कहा कि इस नीति से पठन-पाठन की प्रक्रिया में निरंतरता बनाए रखने में मदद मिलेगी। इससे बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं होगी। उन्होंने कहा कि स्कूल के मुख्याध्यापक व प्रधानाचार्य को छुट्टी पर जाने वाले अध्यापकों की सूचना नियमित रूप से उपनिदेशक कार्यालय को प्रेषित करनी होगी।
इससे स्कूलों में अध्यापकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। बैठक में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, सचिव शिक्षा राकेश कंवर, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा, निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा आशीष कोहली, निदेशक उच्च शिक्षा अमरजीत सिंह और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के 6 स्कूलों में मिलेंगी विशेष सुविधाएं
हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में अब विद्यार्थियों को बेहतरीन स्तर की विशेष सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिक्षा विभाग की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 6-6 स्कूलों को सभी आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा।
इनमें पर्याप्त स्टाफ, पुस्तकालय, प्रयोगशाला और अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने अधिकारियों को इन स्कूलों को स्थापित करने के लिए सभी औपचारिकताएं समयबद्ध पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों के लिए वर्ष भर की गतिविधियों का कैलेंडर तैयार किया जाएगा, जिसमें प्रत्येक दिन की शैक्षणिक व अन्य गतिविधियों का विवरण होगा।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here
हिमाचल प्रदेश की खबरें पढ़ने के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें Click Here